छात्रों का वो शातिर गिरोह जो 134 किमी दूर जाकर शौक पूरा करने के लिए चुराता सिर्फ पॉवर बाइक
जयपुर। राजस्थान में पॉलीटेक्नीक के छात्रों का एक ऐसा गिरोह सामने आया है, जिसके निशाने पर सिर्फ पॉवर बाइक हैं। वो अपने शौक पूरे करने और ऐश-ओ-आराम की जिंदगी जीने के लिए पॉवर बाइक चुराता है। गुरुवार को एक सदस्य जयपुर के चित्रकूट पुलिस थाना की पकड़ में आया है जबकि उसके दो अन्य साथियों की तलाश की जा रही है। पकड़े गए आरोपी ने पुलिस पूछताछ में जो खुलासा किया, उसे जानकर पुलिस भी चौंक गई कि पॉलीटेक्नीक के द्वितीय वर्ष पढ़ने वाले छात्र कितने शातिर तरीके महंगी मोटरसाइकिल को चुरा रहे थे।
जयपुर के चित्रकूट पुलिस थानाधिकारी वीरेन्द्र कुरील ने बताया कि पिछले कुछ समय से जयपुर में पॉवर बाइक्स की चोरियां बढ़ रही थी। इस पर उच्च अधिकारियों के निर्देश पर एक टीम बनाई गई, जिसे मुखबिर से इत्तला कि अजमेर की तरफ की एक गैंग पॉवर बाइक चुराती है।
इसके आधार पर टीम ने अजमेर के नसीदाबाद में दबिश दी तो दो युवक मिले, जिनमें से एक भाग गया और दूसरे को पकड़ लिया गया। पकड़े गए आरोपी ने पुलिस पूछताछ में कई खुलासे किए हैं। उसने अपने गिरोह के साथ मिलकर अब तक 21 वारदातों को अंजाम देना कबूल किया है। इनमें से 13 पॉवर बाइक चुराना भी शामिल है।
थानाधिकारी के अनुसार गिरोह मुख्य रूप से पॉवर बाइक को निशाना बनाता था। उसे चुराने के बाद कुछ समय अपने पास रखकर शौक पूरे करते और फिर औने-पौने दामों में बेच देते थे। नसीराबाद से जयपुर की दूरी 134 किलोमीटर है। नसीराबाद अजमेर के पॉलीटेक्नीक कॉलेज में पढ़ने वाले छात्रों का यह गिरोह जयपुर आता और जवाहर सर्किल, श्याम नगर, मालवीय नगर, वैशाली, चित्रकूट जैसे इलाकों से पॉवर बाइक चुराकर नसीराबाद ले जाते।
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खरीदने
वालों
को
भी
पकड़ेंगे
थानाधिकारी
वीरेन्द्र
कुरील
ने
बताया
कि
जो
13
बाइक
चुराई
गई
उनमें
पांच
बुलट,
अपाची,
होंडा,
केटीएम
व
प्लसर
की
एक-एक
बाइक
भी
पता
चली।
चुराई
गई
आरोपी
की
निशानदेही
पर
बरामद
की
जा
रही
हैं।
इनमें
से
अधिकांश
बाइक
को
इन्होंने
बेच
डाला
था।
ऐसे
में
चोरी
की
बाइक
खरीदने
वालों
के
खिलाफ
भी
कार्रवाई
की
जाएगी।