Republic Day 2021 : समाज, संस्कृति और सारंगी ने दिलाए राजस्थान को तीन पद्मश्री, जानिए कौन हैं अवार्डी?
जयपुर। 72वें गणतंत्र दिवस के इस पावन अवसर पर राजस्थान की तीन हस्तियों को पद्मश्री पुरस्कार दिया गया है।
इस बार पद्मश्री पाने वालों में सिंधी सारंगी महारथी लाखा खान, पाली के साहित्यिक सफर के राही अर्जुनसिंह शेखावत और इनमें बेटी बचाओ-पर्यावरण जैसे गंभीर मुद्दों के जरिए देशभर में अपनी पहचान बना चुके राजसमंद के प्रगतिशील समाजसेवक श्याम सुंदर पालीवाल शामिल हैं। पद्मश्री पुरस्कार 2021 के लिए चुने गए राजस्थान के ये सभी लोग जमीनी स्तर पर काम करने वाले हैं।
पद्मश्री लाखा खान की जीवनी ( Biography of Padmashree Lakha Khan )
लाखा खान ने लोकसंगीत के सुरीले स्वरों और सिंधी सारंगी की मिठास से देश दुनिया में अलग पहचान बनाई है। जोधपुर के फलौदी तहसील के राणेरी गांव रहने वाले लाखा ख़ान ने अपनी पुरखों की विरासत को ना केवल जिंदा रखा है बल्कि उसे देश और दुनिया में पहचान भी दिलाई। लाखा खान को सिंधी सारंगी का महारथी कहा जाता है। लाखा खान जयपुर लिटरेचर फेस्टिवल और जोधपुर रिफ फेस्टिवल में भी नामचीन कलाकारों के साथ अपनी कला का प्रदर्शन कर चुके हैं।
पद्मश्री अर्जुन सिंह शेखावत की जीवनी ( Biography of Padmashree Arjun Singh Shekhawat)
इसके अलावा राजस्थानी भाषा और साहित्य में उल्लेखनीय योगदान देने पर पाली के 87 साल के साहित्यकार अर्जुन सिंह शेखावत को पद्मश्री से सम्मानित किया गया है। राजस्थानी भाषा और साहित्य को जीवन समर्पित करने वाले शेखावत ने अपने जीवन की शुरुआत एक शिक्षक के रूप में की थी। वे अब तक 22 पुस्तकें लिख चुके है और कई पुस्तकों का अनुवाद और संपादन किया है।
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पद्मश्री श्याम सुंदर पालीवाल की जीवनी ( Biography of Padmashree Shyam Sundar Paliwal)
राजसमंद के निर्मल गांव पिपलांत्री के पूर्व सरपंच श्याम सुंदर पालीवाल को भी इस साल पद्मश्री से नवाजा गया है। पालीवाल को पिपलांत्री में जलग्रहण, पर्यावरण संरक्षण की विभिन्न परियोजनाओं, नवाचारों, बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ अभियानों के लिए ये सम्मान दिया जा रहा है। श्याम सुंदर पालीवाल के गांव को देखने के लिए दुनियाभर के लोग आते हैं। पीएम मोदी से लेकर अमिताभ बच्चन और राहुल गांधी तक श्याम सुंदर पालीवाल के कार्य की सराहना कर चुके हैं।
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