Alwar Case : मूक बधिर बालिका से नहीं हुआ दुष्कर्म, देखें अलवर कलेक्टर-SP के वायरल VIDEO
जयपुर, 15 जनवरी। अलवर में कथित तौर पर गैंगरेप के बाद ओवरब्रिज के छोड़ी गई पीड़िता का जयपुर के जेके लोन अस्पताल में उपचार चल रहा है। डॉक्टरों ने कहा है कि उपचार के दौरान पता चला है कि पीड़िता के प्राइवेट पार्ट में कोई जख्म नहीं है। वहीं, इस मामले में राष्ट्रीय अल्पसंख्यक आयोग ने संज्ञान लिया और राजस्थान के मुख्य सचिव से 24 जनवरी तक रिपोर्ट मांगी।

अलवर गैंगरेप केस दुर्घटना का मामला भी हो सकता है
न्यूज एजेंसी एएनआई से बातचीत में जयपुर के जेके लोन अस्पताल के अधीक्षक डॉ. अरविंद ने कहा कि केवल पुलिस या चिकित्सक ही पुष्टि कर सकता है कि क्या कोई यौन हमला हुआ था? हम सिर्फ उसका इलाज कर रहे हैं। यह भी हो सकता है कि कोई दुर्घटना का मामला हो।

मालाखेड़ा थाने में रिपोर्ट दर्ज
इससे पहले राजस्थान पुलिस ने कहा कि घटना में अब तक कोई सबूत नहीं मिला है और यौन उत्पीड़न की संभावना कम है। अलवर में तिजारा फ्लाईओवर पर लावारिस हालत में नाबालिग लड़की का खून बहता पाया गया। इसके बाद उसे अस्पताल में भर्ती कराया गया था। लड़की की सर्जरी हुई जिसके बाद उसकी हालत ठीक बताई जा रही है। अलवर पुलिस ने फोरेंसिक रिपोर्ट के आधार पर इसे रेप केस नहीं मानने का फैसला किया है। इस मामले में मालाखेड़ा थाने में मामला दर्ज किया गया है।
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अलवर एसपी बोलीं-दुष्कर्म की पुष्टि नहीं
अलवर एसपी तेजस्वनी गौतम व अलवर जिला कलेक्टर नन्नूमल पहाड़िया ने बालिका के साथ गैंगरेप से इनकार किया है। एसपी गौतम ने कहा कि मेडिकल रिपोर्ट में दुष्कर्म की पुष्टि नहीं हुई है। वेजाइनल टेस्ट, हाइमन अेस्ट और इनसर्शन टेस्ट में दुष्कर्म होना नहीं पाया गया।
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इधर, अलवर जिला कलेक्टर का वीडियो वायरल
इधर, केंद्रीय जल शक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने एक वीडियो ट्वीट किया है, जो अलवर जिला कलेक्ट्रेट का है। वीडियो में अलवर गैंगरेप केस को लेकर कुछ छात्राएं कलेक्टर कार्यालय आई थीं। इस पर अलवर जिला कलेक्टर नन्नूमल पहाड़िया ने छात्राओं से उनके पिता के नंबर मांगे।
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मंत्री शेखावत ने यह भी लिखा
केंद्रीय मंत्री शेखावत ने लिखा कि 'एक मासूम के साथ हुई क्रूरता के विरोध में आने वाली बेटियों को अलवर के कलेक्टर धमका रहे हैं। उनके पिता का मोबाइल नंबर मांगकर डराने की कोशिश कर रहे हैं। कलेक्टर साहब, जो आपके ऊपर बैठे हैं, जिनसे हम शिकायत कर सकते हैं। आपके खिलाफ, कृपया उसका नंबर भी बताएं'

कलेक्टर पर मामले को दबाने के प्रयास का आरोप
केंद्रीय मंत्री ने आगे लियाा कि 'कोई भी वरिष्ठ अधिकारी इस तरह के संवेदनशील मामले को सरकार से आदेश मिलने पर ही दबाने की कोशिश करेगा। गहलोत प्रशासन के माध्यम से इस प्रकरण को छिपाने की कोशिश कर रहे हैं क्योंकि अब प्रियंका वाड्रा से सवाल पूछे जा रहे हैं।
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