Petrol Price In Rajasthan :हरियाणा सीमा पर बोर्ड-'500 मीटर दूर मिलेगा राजस्थान से ₹ 9 सस्ता पेट्रोल-डीजल'
जयपुर। राजस्थान में अबकी बार पेट्रोल की कीमतों ने शतक लगा दिया है। सबसे पहला शतक पंजाब बॉर्डर पर स्थित श्रीगंगानगर जिले में लगा है जबकि हरियाणा सीमा से लगते राजस्थान के अन्य जिलों में भी पेट्रोल-डीजल की बढ़ती कीमतों का असर साफ दिखाई देने लगा है।
राजस्थान वाले हरियाणा से ला रहे तेल
पंजाब-हरियाणा में पेट्रोल डीजल नौ से दस रुपए सस्ता मिल रहा है। ऐसे में राजस्थान सीमा में स्थित पेट्रोल पंप बंद होने की कगार पर पहुंच गए हैं, क्योंकि सीमावर्ती जिलों के लोग राजस्थान की बजाय हरियाणा व पंजाब सीमा में स्थित पेट्रोल पंपों से तेल ला रहे हैं।
हरियाणा के पेट्रोल पंप वालों की 'चांदी'
बात अगर हरियाणा सीमा से लगते झुंझुनूं की करें तो यहां पर पेट्रोल-डीजल की रेट बढ़ने का फायदा उठाने से हरियाणा के पेट्रोल पंप संचालक उठाने से नहीं चूक रहे हैं। इस बात के सबूत हरियाणा सीमा पर राजस्थान में लगाए गए साइन बोर्ड हैं। हरियाणा के पेट्रोल पंप वालों की इन दिनों चांदी हो रही है।
गांव पिलोद में लगा हरियाणा में तेल लेने का बोर्ड
राजस्थान के झुंझुनूं जिले के सूरजगढ़ पुलिस थाना इलाके के सीमावर्ती गांव पिलोद में सूरजगढ़ लोहारू मार्ग पर हरियाणा बॉर्डर से पहले लगाए गए बोर्ड पर लिखा है 'पेट्रोल-डीजल राजस्थान से 9 रुपए सस्ता, 500 मीटर आगे' जहां यह बोर्ड लगा वहीं पर राजस्थान का एक पेट्रोल पंप है, जिस पर सन्नाटा पसरा पड़ा है। लोग हरियाणा जाकर पेट्रोल ला रहे हैं।
पेट्रोल-डीजल की कीमतें
सूरजगढ़ राजस्थान
पेट्रोल-98.74
डीजल-90.95
लुहारू हरियाणा
पेट्रोल-89.36
डीजल-82.29
(22
फरवरी
2021
की
स्थिति)
राजस्थान में पेट्रोल डीजल महंगा क्यों?
बता दें कि राजस्थान में इस समय पेट्रोल पर 38 प्रतिशत और डीजल पर 28 प्रतिशत टैक्स लगता है, जो देश में सबसे अधिक है। जबकि हरियाणा में पेट्रोल पर 25 प्रतिशत और डीजल पर 16.40 प्रतिशत टैक्स लगने की वजह से हरियाणा की बजाय राजस्थान में पेट्रोल डीजल महंगा है।
राजस्थान के अन्य जिलों में पेट्रोल सस्ता क्यों?
राजस्थान के सभी 33 जिलों में से सीमावर्ती जिलों जैसे श्रीगंगानगर, झुंझुनूं, हनुमानगढ़ आदि में अन्य जिलों की तुलना में पेट्रोल डीजल महंगे हैं। इसके एक वजह यह भी है कि प्रदेश में जयपुर, जोधपुर व भरतपुर में डीपो हैं, जहां से पेट्रोल पंपों को तेल सप्लाई होती है। सीमावर्ती जिलों की दूरी अधिक होने पर पेट्रोल पंप संचालकों को परिवहन पर ज्यादा पैसे खर्च करने पड़ते हैं इसलिए प्रति लीटर तेल की कीमत अधिक हो रही है।
पेट्रोल पंप बंद होने की कगार पर
पेट्रोल डीजल की बढ़ती कीमतों का भार आमजन की जेब पर तो पड़ा ही है। साथ ही राजस्थान के पेट्रोल पंप संचालक भी इसकी मार से अछूते नहीं हैं। श्रीगंगानगर जिले में सीमावर्ती इलाके 70 फीसदी पेट्रोल पंप बंद होने की कगार पर हैं। वहीं, झुंझुनूं जिले के चिड़ावा नारनौल मार्ग, सूरजगढ़-लुहारू मार्ग, बुहाना-महेंद्रगढ़ मार्ग पर राजस्थान सीमा में 20 से 25 किमी तक कोई पेट्रोल पंप नहीं है।