सीपी जोशी बने राजस्थान विधानसभा अध्यक्ष, कभी एक वोट से हारकर हो गए थे CM की दौड़ से बाहर
Jaipur News, जयपुर। राजस्थान कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और नाथद्वारा विधायक डॉ. सीपी जोशी ने 15वीं राजस्थान विधानसभा के अध्यक्ष का पदभार संभाल लिया है। Dr. C.P. Joshi को मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे सहित सभी दलों के नेता आसन तक लेकर पहुंचे।
Rajasthan मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने इसके लिए प्रस्ताव रखा और नेता प्रतिपक्ष गुलाब चंद कटारिया ने इसका अनुमोदन किया। इसके बाद सर्वसम्मति से डॉ सीपी जोशी अध्यक्ष निर्वाचित हो गए। इसके साथ ही सीपी जोशी ने सदन की कार्यवाही संभाल ली। Dr. Cp joshi के विधानसभा अध्यक्ष के आसान पर बैठने के बाद पहले सीएम गहलोत और फिर नेता प्रतिपक्ष गुलाब चंद कटारिया ने उन्हें बधाई दी। इसी तरह Rajasthan Assembly के अन्य सदस्यों ने भी उनके अध्यक्ष बनने पर बधाई दी। सीपी जोशी वर्तमान में राजस्थान क्रिकेट एसोसिएशन के अध्यक्ष थे। उन्होंने सबसे पहले इस पद से इस्तीफा दिया है।
सीपी जोशी राजस्थान के नाथद्वारा से MLA
फिर नई जिम्मेदारी संभाल ली। सीपी जोशी राजस्थान के नाथद्वारा से विधायक हैं। 2008 के विधानसभा चुनाव में सीएम पद की दौड़ में सीपी जोशी भी शामिल थे, लेकिन भाजपा के कल्याण सिंह के सामने एक वोट से हारने के कारण वो इस दौड़ से बाहर हो गए। सीपी जोशी का एक वोट से हार जाना राजस्थान में अब भी चर्चा का विषय है।
जानिए कौन हैं सीपी जोशी? ( CP joshi Biography in hindi )
सीपी जोशी राजस्थान के राजसमंद जिले के नाथद्वारा से विधायक हैं। 2008 के विधानसभा चुनाव में सीएम पद की दौड़ में सीपी जोशी भी शामिल थे। एक वोट से हारने के कारण वो इस दौड़ से बाहर हो गए। 2009 लोकसभा चुनाव में जीत हासिल कर मनमोहन सरकार में कैबिनेट मंत्री बने।
सीपी जोशी के पास था पूर्वोत्तर राज्यों का प्रभार
पंचायतीराज, ग्रामीण विकास, भूतल परिवहन एवं राजमार्ग और रेल मंत्रालय के मंत्री रहे। यूपीए सरकार जाने के बाद उन्हें राष्ट्रीय महासचिव बनाकर बंगाल, बिहार और असम का प्रभारी बनाया गया। एक समय ऐसा आया जब कांग्रेस ने सभी पूर्वोत्तर राज्यों का प्रभार सीपी जोशी को दे दिया। बिहार में महागठबंधन जीता, लेकिन बाद में लगातार पार्टी पूर्वोत्तर राज्यों में हारती गई।