राजस्थान सियासी संकट के बीच चर्चा में है 'मेला फिर लगेगा गुर्जर फिर आएगा' की तस्वीर
जयपुर। राजस्थान राजनीतिक संकट में घटनाक्रम तेजी से बदल रहा है। अशोक गहलोत व सचिन पायलट के शह-मात के खेल के बीच पायलट गुट ने राजस्थान हाईकोर्ट का दरवाजा खटखटाया है। विधानसभा अध्यक्ष की ओर से पायलट समेत 19 विधायकों को जारी किए जाने के बाद दायर याचिका पर सुनवाई टल गई है। याचिका दुबारा दायर करनी होगी।
पिछले पांच दिन से चल रहे सियासी उठा पटक के इस खेल में कई तस्वीरें वायरल हुई हैं। नेताओं के कई ट्वीट सुर्खियां बने हैं। अब एक और फोटो सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रही है। 'मेला फिर लगेगा गुर्जर फिर आएगा" लिखे इस फोटो को सचिन पायलट और अशोक गहलोत के बीच चल रही तनातनी से जोड़कर देखा जा रहा है।
नेशनल हाईवे 21 पर ट्रक के पीछे ली गई तस्वीर
दरअसल, राजस्थान के दौसा से गुजर रहे नेशनल हाईवे 21 पर एक ट्रक के पीछे से कैमरे में कैद की गई इस वायरल फोटो में एक तरफ उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी हैं तो दूसरी तरह सचिन पायलट हैं। बीच में मेला फिल्म के विलेन का फोटो है और साथ एक पंक्ति है जिसमें लिखा हुआ है 'मेला फिर लगेगा गुर्जर फिर आएगा'। ट्रक के पीछे यह तस्वीर कब और क्या संदेश देने के लिए लगवाई गई, मगर संभावना जताई जा रही है कि यह पोस्टर ज्यादा पुराना नहीं है। संभवतया राजस्थान में चल रहे सियासी घटनाक्रम के मद्देनजर ही इस पोस्टर को लगवाया गया है। बता दें कि सचिन पायलट गुर्जर समुदाय से ही आते हैं।
गुर्जर बाहुल्य इलाकों में बढ़ाई सुरक्षा
सचिन पायलट का डिप्टी सीएम और राजस्थान प्रदेशाध्यक्ष पद से हटाए जाने के बाद से उनके समर्थकों व गुर्जर समुदाय के लोगों में आक्रोश है। टोंक, सवाईमाधोपुर, भीलवाड़ा, करौली, अलवर के बानसूर आदि में सचिन पायलट के समर्थन में प्रदर्शन भी हो चुके हैं। गुर्जर बाहुल्य इलाकों में पुलिस सुरक्षा बढ़ाई गई है। भरतपुर-दौसा में कानून व्यवस्था संभालने के लिए जयपुर से डीआईजी विकास को भेजा गया है।
इधर, कोटा में पायलट के खिलाफ प्रदर्शन
राजस्थान कोटा संभाग से सचिन पायलट को कांग्रेस से निकाले जाने की मांग उठी है। कोटा में कांग्रेस और हाड़ौती विकास मोर्चा के कार्यकर्ताओं ने बुधवार को सचिन पायलट के खिलाफ प्रदर्शन किया। ये ही वो ही कार्यकर्ता हैं, जो कभी सचिन पायलट के कोटा आने पर फूल मालाओं और जिंदाबाज के नारों से उनका इस्तकबाल किया करते थे। राजस्थान सियासी संकट गहराने पर इन कार्यकर्ताओं के सुर भी बदल गए। इन्होंने कांग्रेस कार्यालय के बाहर सचिन पायलट का पुतला फूंककर प्रदर्शन किया और उनके निष्कासन की मांग की।
सचिन प्रसाद बिधूड़ी कैसे बने सचिन पायलट, अब कांग्रेस का जहाज डूबोएंगे या होगी क्रैश लैंडिंग?