कोरोना संकट में राजस्थान पर टिड्डी दल का हमला, पाकिस्तान की ओर से आ रही यह आफत
श्रीगंगानगर। कोरोना संकट के बीच राजस्थान में एक और आफत आ गई है। भारत-पाकिस्तान सीमा से लगते राजस्थान में अब फिर से टिड्डी दल के हमले की शुरुआत हो चुकी है। पिछले दिनों से चल रही तेज हवाओं और आंधी के कारण टिड्डियां पाकिस्तान की सीमा से राजस्थान में रही हैं।
राजस्थान में अभी जैसलमेर, बाड़मेर, श्रीगंगानगर और जोधपुर जिले में टिड्डीयों का प्रकोप है। इसके साथ ही पंजाब के फाजिल्का जिले के साथ लगी सीमा के गांवों में भी टिड्डियां आ चुकी हैं। वर्ष 2019 में टिड्डी नियंत्रण संगठन को 4 लाख 3 हजार 488 हेक्टेयर क्षेत्र में टिड्डी की रोकथाम के लिए दवा का छिड़काव करना पड़ा था।
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दावा किया जा रहा है कि इस बार खतरा पिछली बार से कहीं ज्यादा बड़ा है। टिड्डी नियंत्रण संगठन के अधिकारियों के मुताबिक इस बार प्रकोप पिछली बार से 2-3 गुना ज्यादा हो सकता है। टिड्डियों का एक साल में तीन बार प्रजनन होता है। अरब देशों में इनका स्प्रिंग ब्रीडिंग का समय पूरा हो रहा है और अब ये ग्रीष्मकालीन ब्रीडिंग के लिए भारत-पाकिस्तान जैसे देशों का रुख कर रही हैं। मानसूनी हवाओं के चलते भी इनका भारत की ओर आने का खतरा ज्यादा है।
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टिड्डी नियंत्रण संगठन के डिप्टी डायरेक्टर डॉ. केएल गुर्जर ने मीडिया से बातचीत में बताया कि इस टिड्डी अटैक मई माह के अंत में होने का अनुमान था, लेकिन टिड्डियों ने 11 अप्रेल को ही सीमा पार से राजस्थान में घुसपैठ कर दी। वर्ष 2019 में 22 मई से टिड्डी का प्रकोप शुरू हुआ था, जो 17 फरवरी तक चला था। इस तरह 2 महीने से भी कम अंतराल में फिर से टिड्डी का प्रकोप शुरू हो गया जिसने कई चुनौतियां खड़ी कर दी है।