राजस्थान में पायलट की 'लैंडिंग' से गहलोत सरकार सुरक्षित होने पर जानिए मायावती ने क्या कहा?
जयपुर। राजस्थान में सियासी तूफान थम सा गया है। कांग्रेस आलाकमान से सचिन पायलट की मुलाकात के बाद अशोक गहलोत सरकार पर आया राजनीतिक संकट फिलहाल टल गया। सचिन पायलट गुट के वरिष्ठ कांग्रेस नेता भंवरलाल शर्मा ने सीएम अशोक गहलोत से मुलाकात की। इधर, राजस्थान कांग्रेस में 31 दिन बाद पूर्व डिप्टी सीएम और प्रदेशाध्यक्ष सचिन पायलट की लैंडिंग से अशोक गहलोत सरकार सुरक्षित हो गई है। इस पर कई नेताओं की प्रतिक्रिया सामने आई है।
प्रदेश की जनता के काम अटके
बसपा सुप्रीमो मायावती का बयान भी सामने आया है। मायावती ने अपने ट्विटर हैंडल पर लिखा है कि ऐसा लगता है कि राजस्थान में कांग्रेस सरकार अब सुरक्षित है, लेकिन यह नहीं कहा जा सकता है कि पायलट और गहलोत के बीच ड्रामा फिर से कब शुरू होगा। बसपा बस इतना कहना चाहती है कि राजस्थान में गहलोत और पायलट के बीच लंबे समय तक आंतरिक संघर्ष के कारण प्रदेश में लोक कल्याण के कार्य प्रभावित हुए हैं।
प्रियंका से मुलाकात के बाद सचिन पायलट क्या बोले
कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी से मुलाकात के बाद सचिन पायलट ने मीडिया से बातचीत की। कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं के साथ दिल्ली में सचिन पायलट के बाद बाहर निकले राजस्थान के पूर्व डिप्टी सीएम सचिन पायलट ने कहा कि, पिछले कुछ समय से कुछ विधायक दिल्ली में थे, कुछ ऐसे मुद्दे थे जिन पर हम प्रकाश डालना चाहते थे। पार्टी ने हमारी बात सुनी है। उन्होंने कहा कि, पार्टी हमें पद देती है तो वापस भी ले सकती है।
पार्टी पद देती है तो पार्टी पद ले भी सकती है...
राजस्थान पूर्व डिप्टी सीएम सचिन पायलट ने कहा कि, मुझे खुशी है की कांग्रेस अध्यक्षा और पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने विस्तार से चर्चा की। साथी विधायकों की बातों को हमने सामने रखा। मुझे आश्वासित किया गया है कि तीन सदस्यीय की कमेटी जल्द इन तमाम मुद्दों का समाधान करेगी। ये सैद्धांतिक मुद्दे थे। पायलट ने कहा कि, पार्टी पद देती है तो पार्टी पद ले भी सकती है। मुझे पद की बहुत लालसा नहीं है लेकिन मैं चाहता था कि जो मान-सम्मान-स्वाभिमान की बात हम करते थे वो बनी रहे।
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