Jaipur : शादी के 7 साल बाद पैदा हुए बेटे को अपना नहीं मानता था पिता, सुपारी देकर करवाई पत्नी-बेटे की हत्या
जयपुर। राजधानी को झकझोर देने वाले श्वेता तिवारी और श्रीयम हत्याकांड में आरोपी रोहित तिवारी से पूछताछ में कई चौंकाने वाले खुलासे हो रहे हैं। जिंदगी नए सिरे से शुरू करने के मकसद से रोहित तिवारी ने अपने दोस्त को बीस हजार रुपए की सुपारी देकर पत्नी श्वेता तिवारी और 21 माह के बेटे श्रीयम की हत्या करवा डाली थी। अब पूछताछ में यह भी खुलासा हुआ है कि रोहित तिवारी श्रीयम को अपना बेटा नहीं मानता था।
2011 में हुई थी श्वेता और रोहित की शादी
जयपुर पुलिस की पूछताछ में आईओसीएल मैनेजर रोहित तिवारी ने बताया कि उसकी श्वेता से शादी 24 जनवरी 2011 को हुई थी। शादी के सात साल तक कोई बच्चा नहीं हुआ था। रोहित पत्नी श्वेता के चरित्र पर भी शक करता था। इसी वजह से आए दिन उससे झगड़ा करता था। रोहित ने जयपुर पुलिस की पूछताछ में माना कि उनका बेटा श्रीयाम आइवीएफ तकनीक से उत्पन्न हुआ था। इस कारण उसके दिमाग में यह बात घर कर गई थी कि श्रीयाम उसका बेटा नहीं है।
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श्रीयम के लिए नहीं था प्यार
मीडिया की खबरों की मानें तो आइवीएफ तकनीक से कारण हुए श्रीयम के पैदा होने के बाद से ही रोहित ने श्वेता को यह कहना शुरू कर दिया था कि यह मेरा बच्चा नहीं है। जिस कारण से उनके बीच आपस में बच्चे को लेकर भी कई बार झगड़ा हुआ है। श्रीयम को रोहित खुद का खून नहीं मानता था इसलिए उसके मन में श्रीयम को लेकर कोई प्यार नहीं था।
मोबाइल पर आया तीस लाख की फिरौती का मैसेज
पुलिस को रोहित पर ही श्वेता की हत्या करने का शक था। लेकिन जब रोहित पुलिस की कस्टडी में था तो भी उसके मोबाइल पर 30 लाख की फिरौती के लिए संदेश आ रहे थे। ऐसे में पुलिस को शक हुआ कि हत्या में कोई और भी शामिल हैं। ऐसे में पुलिस ने रोहित से यह पूछा कि तेरे परिवार में कौन कौन लोग है और जयपुर में वह किस किस को जानता हैं। जिसके बाद उसने पुलिस को अपने परिवार और जयपुर में रहने वाले उसके जानकारों के मोबाइल नंबर और पता भी बताया।
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मोबाइल लोकेशन से पकड़ा गया सौरभ
इसी दौरान रोहित ने गलती कर दी और दोस्त सौरभ का नाम भी बता दिया। जो कि सांगानेर पुलिया से टोंक रोड के रास्ते की तरफ रहता था। वहीं जो फिरौती के लिए जिस मोबाइल से मैसेज आ रहा था उस मोबाइल की ज्यादा लोकेशन भी सांगानेर पुलिया से टोंक रोड की तरफ आ रही थी। ऐसे में पुलिस का शक सौरभ पर गया और हत्या के राज पर से पर्दा उठ गया।
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क्या है श्वेता तिवारी हत्याकांड जयपुर
दिल्ली निवासी रोहित तिवारी की शादी कानपुर निवासी श्वेता तिवारी से हुई थी। रोहित इण्डियन ऑयल कॉर्पोरेशन लिमिटेड के जयपुर में सांगानेर एयरपोर्ट स्थित डिपो में मैनेजर था। दोनों जयपुर के प्रतानगर पुलिस थाना इलाके के जगतपुरा के यूनिक टावर के फ्लैट नंबर 130 में रहते थे। रोहित ने श्वेता व बेटे की हत्या की साजिश रची और दोस्त जयपुर निवासी सौरभ को 20 हजार रुपए का लालच देकर 7 जनवरी 2020 की शाम को सौरभ को अपने फ्लैट पर भेजा। तब श्वेता और श्रीयम अकेले ही थे। सौरभ ने अदरक कूटने वाली मूसली से वार करके और फिर चाकू से गला रेतकर श्वेता की हत्या कर दी। इसके बाद वह श्रीयाम का किडनैप करके ले गया। फिर उसे मार दिया और श्रीयाम का शव फ्लैट के पीछे झाड़ियों में पड़ा मिला था। पुलिस श्वेता के पिता सुरेश मिश्रा की रिपोर्ट पर रोहित तिवारी और सौरभ सिंह को गिरफ्तार कर लिया।