Chief Secretary Rajasthan : कौन हैं ये 4 महिला IAS जो राजस्थान मुख्य सचिव बनने की दौड़ में शामिल
जयपुर, 29 जनवरी। राजस्थान ब्यूरोक्रेसी का मुखिया बदलने वाला है। वर्तमान राजस्थान मुख्य सचिव निरंजन आर्य 31 जनवरी को रिटायर हो रहे हैं। राजस्थान सीएस निरंजन आर्य के रिटायरमेंट के बाद अगला चीफ सेक्रेटरी कौन बनेगा? यह तस्वीर अभी धुंधली है। जल्द ही साफ हो जाएगी।
कुशल सिंह राजस्थान की पहली महिला सचिव
साल 2022 में राजस्थान का नया मुख्य सचिव बनने की दौड़ में 10 आईएएस अधिकारी हैं। ऐसा पहली बार हो रहा है कि सीएस की दौड़ में शामिल आईएएस अधिकारियों में चार महिलाएं भी शामिल हैं। राजस्थान में साल 2009 में पहली महिला मुख्य सचिव के रूप में कुशल सिंह की नियुक्ति हुई थी। इस बार भी कोई महिला आईएएस सीएस बनती हैं तो यह दूसरा मौका होगा।
सर्वाधिक चार बार महिला सीएस केरल में
बता दें कि राजस्थान कैडर में 61 महिला आईएएस हैं। देश में महिला आईएएस देने के मामले में राजस्थान शीर्ष दस राज्यों में शामिल है। बात अगर मुख्य सचिव पद की करें तो सर्वाधिक चार बार महिलाएं केरल में सीएस बनी हैं। बिहार, उत्तर प्रदेश, महाराष्ट्र व छत्तीसगढ़ समेत दस राज्यों में अभी तक कोई महिला आईएएस मुख्य सचिव नहीं बनी।
राजस्थान की ये चार महिला आईएएस
1. आईएएस ऊषा शर्मा, बैच 1985
राजस्थान कैडर की सीनियर आईएएस अधिकारी ऊषा शर्मा विधानसभा अध्यक्ष सीपी जोशी की रिश्तेदार व पूर्व आईएएस बीएन शर्मा की पत्नी है। ये सचिव युवा कार्यक्रम विभाग, महानिदेशक भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण, अतिरिक्त सचिव प्रशासनिक सुधार भारत सरकार के पदों पर सेवाएं दे चुकी हैं।
2. नीलकमल, बैच 1987
आईएएस अधिकारी नीलकमल ने नवंबर 2016 में कृषि कार्यक्रम ग्राम का आयोजन करवाया। अतिरिक्त मुख्य सचिव, एमडी कृषि विभाग नई दिल्ली, संयुक्त सचिव केमिकल एवं फर्टिलाइजर विभाग नई दिल्ली, सचिव स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण राजस्थान पद पर भी रहीं।
3. वीणु गुप्ता, बैच 1987
आईएएस वीणु गुप्ता राजस्थान के पूर्व मुख्य सचिव और वर्तमान में मुख्य सूचना आयुक्त डीबी गुप्ता की पत्नी हैं। भामाशाह स्वास्थ्य बीमा योजना को धरातल पर लाने का श्रेय इन्हीं को दिया जाता है। ये अतिरिक्त मुख्य सचिव एवं प्रमुख शासन सचिव, चिकित्सा एवं स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग में सेवाएं दे चुकी है।
4. शुभ्रा सिंह, बैच 1989
आईएएस शुभ्रा सिंह रिटायर्ड आईएएस समीर चंदेल की पत्नी हैं। समीर राजनाथ सिंह और भाजपा के करीबी माने जाते हैं। ये राष्ट्रीय औषधि मूल्य निर्धारण प्राधिकरण नई दिल्ली में बतौर चेयरपर्सन सेवाएं दे चुकी हैं। मेडिकल और चिकित्सा विभाग में भी अच्छा काम किया है। कैंसर की दवाओं के दाम कम कराने में इनकी खासी भूमिका रही।
कौन हैं ये 9 IAS अधिकारी हैं जिनमें से कोई एक नए साल 2022 में बन सकता है राजस्थान का मुख्य सचिव?