हेमा मालिनी के फसल काटने पर गैंगस्टर आंनदपाल की बेटी ने शेयर किया ये VIDEO, उनको बताया 'ढोंगी'
Jaipur News, जयपुर। लोकसभा चुनाव 2019 के दिन जैसे जैसे नजदीक आते जा रहे हैं, वैसे वैसे नेता मतदाताओं को लुभाने के हरसंभव प्रयास कर रहे है। ऐसा ही मामला उत्तर प्रदेश के मथुरा लोकसभा क्षेत्र में उस समय देखने को मिला जब भाजपा प्रत्याशी व अभिनेत्री हेमा मालिनी चुनाव प्रचार करने पहुंची और खेतों में गेहूं की फसल काटती नजर आई।
मथुरा लोकसभा सीट से भाजपा की उम्मीदवार हेमा मालिनी की फसल काटने वाली तस्वीरें सोशल मीडिया में खूब वायरल हुईं। अब उन्हीं तस्वीरों को लेकर राजस्थान में हेमा मालिनी का एक वीडियो वायरल हो रहा है।
यहां जानिए मथुरा लोकसभा सीट का इतिहास
दरअसल, हेमा मालिनी के फसल काटतीं नजर आने पर राजस्थान के कुख्यात गैंगस्टर रहे आंनदपाल सिंह की बेटी ने निशाना साधा है। ट्विटर पर योगिता आनंदपाल सिंह के नाम से बने अकाउंट पर लिखा है कि क्या आपने हेमा मालिनी का ढोंग देखा, लेकिन असली चेहरा इस वीडियो में है। Public को पागल समझ रखा है। घमंड तो देखो इसका जरा। मथुरा वासियों जरा संभल कर इस ढोंगी से।
योगिता ने अपने ट्वीट में हेमा मालिनी के हाथ में कटी हुई फसल व दरांती वाली तस्वीर के साथ ही एक वीडियो भी शेयर किया है, जिसमें वे हेलीकॉप्टर से नीचे उतरकर लोगों का अभिवादन करती हैं और फिर कार में सवार होकर रवाना हो जाती है। हालांकि वन इंडिया हिंदी डॉट कॉम यह दावा नहीं कर रहा है कि योगिता आनंदपाल सिंह के नाम से बना ट्विटर हैंडल आनंदपाल सिंह की बेटी का ही है या नहीं।
हेमा मालिनी ने पोस्ट की थी तस्वीरें
हेमा मालिनी ने रविवार को ट्विटर हैंडल पर तस्वीरें पोस्ट करते हुए लिखा, आज से गोवर्धन क्षेत्र में मैंने लोकसभा के प्रचार अभियान की शुरुआत की। इस दौरान मुझे खेतों में काम कर रहीं महिलाओं से बातचीत का मौका मिला। आप मेरे अभियान के पहले दिन की तस्वीरें देख सकते हैं। बता दें कि मथुरा लोकसभा सीट पर 18 अप्रैल 2019 को मतदान है। चुनाव मैदान में भाजपा से एक बार फिर हेमा मालिनी हैं। जिनका मुकाबला रालोद के प्रत्याशी कुंवर नरेंद्र सिंह और कांग्रेस के महेश पाठक से है।
कौन था गैंगस्टर आनंदपाल
बता दें कि आनंदपाल सिंह मूलरूप से राजस्थान के नागौर जिले की लाड़नूं तहसील के गांव सांवराद का रहने वाला था। हत्या, लूट व डकैत जैसे कई संगीन मामलों में अजमेर की जेल में बंद था। वहां से नागौर पेशी पर जाते समय सितम्बर 2015 में फरार हो गया था। आनंदपाल पर राजस्थान सरकार ने पांच लाख का ईनाम रखा था। 24 जून 2017 की रात को राजस्थान पुलिस ने आनंदपाल सिंह का चूरू जिले के मालासर गांव में एनकाउंटर कर दिया था।