राजस्थान के इन 7 जिलों में हो सकती है भारी बारिश, मौसम विभाग ने इतने समय के लिए जारी किया अलर्ट
जयपुर। वर्ष 2019 का मानसून पूरे राजस्थान में जमकर बरसा है और अब जाता-जाता भी कई जिलों में झूमकर बरसने को है। मानसून की विदाई से पहले आगामी दो-तीन दिन तक राजस्थान के 7 जिलों में जोरदार बारिश होने का अनुमान है। राजस्थान मौसम विभाग ने इसके लिए जारी किया है। साथ ही कहा है कि बंगाल की खाड़ी में बने चक्रवाती तंत्र के असर से गुजरात, महाराष्ट्र के कई इलाकों में मूसलाधार बारिश हो रही है। आगामी 24 घंटे के दौरान राजसमंद, बाड़मेर, जालौर, अजमेर, भीलवाड़ा, चित्तौड़गढ़ और पाली जिले के कई इलाकों में तेज बारिश की संभावना है।
जयपुर मौसम एवं भूगोल विशेषज्ञ ने बताया कि मानसून का पांचवां चरण अगले दो दिन में सक्रिय हो सकता है। मौसम विभाग के उपग्रह चित्रों के अनुसार मेवाड़ वागड़ में बारिश हो सकती है। अरब सागरीय शाखा का मानसून कोकण तट पर पुन: सक्रिय हो गया है। बंगाल की खाड़ी का मानसून आंध्रप्रदेश-ओडिशा के समीप सक्रिय हो गया। इसका प्रभाव अगले दो दिनों में उत्तर, उत्तर पश्चिम क्षेत्र में बरसात होने की संभावना है।
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यहां हाईवे पर पानी का कब्जा
बूंदी जिले में नेशनल हाईवे 52 पर पिछले 20 दिन से बरसाती पानी जमा है। इसके कारण यहां आवागमन भी बाधित हो रहा है। वाहनों को अस्थायी रूप से वैकल्पिक मार्गों से गुजरना पड़ रहा है। जानकारी के अनुसार कोटा से जयपुर को जोड़ने वाला एनएच 52 बूंदी जिले के गांव तलाब से होकर गुजरता है। तलाब गांव में हाईवे पर करीब चार चार फीट बरसाती पानी एकत्रित है। निकासी नहीं होने के कारण हाईवे पर वाहनों का आवागमन बंद है।
बुधवार को भी हुई थी बारिश
बीते 24 घंटे में प्रदेश के कई इलाकों में बादलों की आवाजाही बनी रही। उत्तर पूर्वी इलाकों में कम वायुदाब क्षेत्र के असर से घने बादलों की आवाजाही प्रदेश के उत्तर पूर्वी इलाकों समेत कई राज्यों में भी बनी रही है। अगले 24 घंटे में प्रदेश समेत उत्तराखंड और मध्य प्रदेश के पूर्वी इलाकों में भी तेज बारिश होने की संभावना मौसम विभाग ने जताई है। बीते बुधवार को अजमेर,कोटा और उदयपुर में हल्की से मध्यम बारिश रिकॉर्ड हुई है।
बीसलपुर डेम में पानी की अच्छी आवक
बीसलपुर डेम में पानी की आवक लगातार बनी हुई है। जयपुर, अजमेर और टोंक जिलों को रोजाना की जा रही पेयजल सप्लाई के बावजूद डेम ओवर फ्लो है और पानी की निकासी जारी है। जल संसाधन विभाग के अधिशाषी अभियंता रविंद्र कटारा ने बताया कि वर्ष 2016 में डेम ओवरफ्लो होने पर डेम के 18 में से 16 गेट खोलकर पानी की निकासी करीब डेढ़ महीने तक जारी रही। वहीं इस बार भी भीलवाड़ा,चित्तौड, राजसमंद,अजमेर में आगामी दिनो में तेज बारिश होने की मौसम विभाग की चेतावनी के अनुसार सहायक नदियों में पानी का बहाव तेज है।
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