हवालात में बंद भाई को छुड़ाने के लिए 'IAS' ने किया ACP को फोन, फिर पुलिस ने उसे भी कर लिया गिरफ्तार, जानिए वजह
जयपुर। राजस्थान की राजधानी जयपुर के मुहाना पुलिस थाना इलाके में एक ऐसा मामला सामने आया है, जिसमें युवक ने आईएएस बनकर पुलिस को फोन किया और हवालात में बंद भाई को छोड़ देने की बात कही। फिर हुआ ये कि पुलिस ने उसे शख्स को भी गिरफ्तार लिया।
मुहाना का रहने वाला है आरोपी
मीडिया से बातचीत में जयपुर दक्षिण के एसीपी संजीव चौधरी ने बताया कि गिरफ्तार आरोपी 28 वर्षीय बलवंत सिंह जयपुर के मुहाना में रहता है। उसके भाई योगेंद्र सिंह को सोमवार को शांति भंग के मामले में मुहाना थाना पुलिस ने गिरफ्तार किया था।
मानसरोवर एसीपी के ऑफिस पर पहुंचा
हुआ यूं कि बलवंत सिंह अपने एक साथी के साथ अपने भाई योगेंद्र सिंह को छुड़वाने के लिए वरुण पथ पर स्थित मानसरोवर एसीपी के ऑफिस पर पहुंचा। बलवंत सिंह और उसका साथी बाहर खड़े हो गए। इस बीच ऑफिस में मौजूद ACP संजीव चौधरी के मोबाइल पर एक फोन आया।
एक बार तो ACP संजीव चौधरी ने फोन को सही समझा
संजीव चौधरी के अनुसार फोनकर्ता ने खुद को राजस्थान कैडर के आईएएस डीबी गुप्ता बताया। उसने कहा कि उनके परिचित आपके ऑफिस के बाहर खड़े हैं। उनसे बातचीत कर मुहाना में बंद उनके के भाई को तुरंत जमानत दिलवाएं। एक बार तो ACP संजीव चौधरी ने फोन को सही समझा। लेकिन, फिर उन्हें संदेह हुआ।
एसीपी ने फोन करके जानी हकीकत
ACP संजीव ने प्रदेश के मुख्य सचिव रह चुके और वर्तमान में मुख्य सूचना आयुक्त डीबी गुप्ता को फोन कर पूछा कि आपका फोन आया था। तब डीबी गुप्ता ने बताया कि उन्होंने ऐसा कोई कॉल नहीं किया।तब जाकर फर्जीवाड़े का खुलासा हुआ। इसके बाद सायबर सेल में इसकी शिकायत की गई।
इसके बाद ACP ऑफिस के स्टॉफ ने मानसरोवर थाने में सूचना दी। पुलिस ने बलवंत को पकड़कर पूछताछ की। वह काफी देर तक ACP को कॉल करने से गुमराह करता रहा, मगर फिर सख्ती बरती तो सच उगल दिया। तब मानसरोवर पुलिस ने उसे मंगलवार को गिरफ्तार कर लिया।
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