राजस्थान में कोरोना का टीका लगाने के बाद सुरेश चंद्र शर्मा की मौत, जांच में सामने आई यह वजह
जयपुर। राजस्थान में कोरोना वैक्सीन लगाए जाने के पांच दिन बाद सुरेश चंद्र शर्मा की मौत हो गई। अब एक पैनल की जांच में यह निष्कर्ष निकला है कि मौत कोरोना की वैक्सीन लगाने से नहीं किडनी की बीमारी और ब्रेन हैमरेज की वजह से हुई है।
उच्च रक्तचाप की बीमारी से जूझ रहे थे
टीकाकरण के बाद प्रतिकूल घटना की जांच के लिए बनी (AEFI) कमेटी AAO सुरेश चंद्र शर्मा की मौत के मामले की जांच कर चुकी है। कमेटी की रिपोर्ट में कहा गया है कि शर्मा उच्च रक्तचाप की बीमारी से जूझ रहे थे। उन्हें किडनी से संबंधित पुरानी बीमारी भी थी, जो उनके ब्रेन हैमरेज की वजह बनी। इसलिए उनकी मौत हो गई। कोरोना वैक्सनी से मौत नहीं हुई।
उदयपुर के गीतांजलि मेडिकल कॉलेज अंतिम सांस ली
बता दें कि सुरेश चंद्र शर्मा ने 21 जनवरी को उदयपुर के गीतांजलि मेडिकल कॉलेज अंतिम सांस ली। उनका पिछले तीन साल से गुजरात के नाडियाड में किडनी की बीमारी का इलाज भी चल रहा था। चित्तौड़गढ़ सीएमएचओ ने भी इस बात की पुष्टि की है कि सुरेश चंद्र शर्मा की मौत गंभीर ब्रेन हेमरेज के कारण हुई है। ब्रेन हेमरेज की वजह उच्च रक्तचाप व गुर्दे की पुरानी बीमारी है। उनकी मौत के मामले में कोविड-19 की वैकसीन की कोई भूमिका नहीं है।
49,131 लोगों को कोरोना की वैकसीन लगाने का लक्ष्य
राजस्थान में 16 जनवरी से कोरोना वायरस टीकाकरण अभियान शुरू हुआ है। अब तक टीकाकरण के बाद प्रतिकूल घटना के 44 मामले सामने आए हैं। 19 जनवरी तक, राजस्थान में 32,379 लोगों को कोरोना का टीका लगाया जा चुका है। 49,131 लोगों को कोरोना की वैकसीन लगाने का लक्ष्य रखा गया है।
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