लॉकडाउन में फंसे लोगों के फोन नहीं उठाने पर सीएम गहलोत ने 6 IAS अफसरों को हटाया
जयपुर। कोरोना वायरस का संक्रमण फैलने से रोकने के लिए देशभर में तीन मई तक के लिए लॉकडाउन घोषित है। हजारों लोग लॉकडाउन में फंसे हुए हैं। उन लोगों को उनके राज्यों में पहुंचाने के लिए सरकार हरसंभव प्रयास में जुटी है। राजस्थान की अशोक गहलोत सरकार भी इसे गंभीरता से ले रही है। यही वजह है कि राजस्थान के छह आईएएस अफसरों के खिलाफ गहलोत सरकार ने कार्रवाई की है।
बता दें कि 24 मार्च रात से देशभर में 21 दिन के लिए लॉकडाउन घोषित हुआ। फिर इसे बढ़ाकर 3 मई तक के लिए कर दिया गया। लॉकडाउन-2 शुरू होने से पहले अशोक गहलोत सरकार ने राजस्थान के 26 आईएएस अफसरों को नोडल अधिकारी बनाया था।
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इन नोडल अधिकारियों को राजस्थान और राजस्थान के बाहर के मजदूरों की लॉकडाउन में सहायता करनी थी, मगर प्रदेश में फंसे लोगों ने जब मदद के लिए इन अफसरों को फोन लगाए तो कई अफसरों ने परेशानी में फंसे इन लोगों के फोन नहीं उठाए। आखिर परेशानी में फंसे लोगों ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से गुहार की तो इन अफसरों की कार्यशैली का मुख्यमंत्री को पता चला।
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मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार इन 26 आईएएस अफसरों में से छह अफसरों की ऐसी शिकायतें मिली कि उन्होंने लॉकडाउन में फंसे लोगों की समस्याओं को गंभीरता से नहीं लिया। अफसरों की इस कार्यशैली से खफा मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने इन अफसरों को नोडल अधिकारी पद से हटा कर इनकी जिम्मेदारी प्रदेश के अन्य अफसरों को दी है। बताया जा रहा है अब सरकार इन अफसरों को न तो कई महत्वपूर्ण जिम्मेदारी देगी और न ही कोई अन्य महत्वपूर्ण पद। जानकारों का यह भी कहना है कि अफसरों की इस कार्यशैली को लेकर दिल्ली भी शिकायत पहुंच चुकी है।