राजस्थान में बढ़ते अपराधों को लेकर BJP का प्रदर्शन, कांग्रेस का हाथरस की घटना के विरोध में धरना
जयपुर। राजस्थान की राजधानी जयपुर में भाजपा-कांग्रेस दोनों सड़क पर हैं। दोनों ही पार्टी महिलाओं अपराधों के खिलाफ विरोध कर रही हैं। फर्क बस इतना है कि भाजपा राजस्थान में बढ़ रहे महिलाओं को लेकर प्रदर्शन कर रही है जबकि कांग्रेस उत्तर प्रदेश के हाथरस की घटना के विरोध में धरने पर है। उत्तर प्रदेश में भाजपा की सरकार है जबकि राजस्थान में कांग्रेस की।
बता दें कि राजस्थान के बारां जिले में दो नाबालिग लड़कियों का अपहरण के बाद कथित दुष्कर्म के मामले को लेकर जयपुर में राजस्थान भाजपा प्रदेशाध्यक्ष सतीश पूनिया समेत बड़ी संख्या में कार्यकर्ताओं ने धरना देकर अशोक गहलोत सरकार के खिलाफ प्रदर्शन किया।
सतीश पूनिया हिरासत में
जयपुर में भाजपा के धरना प्रदर्शन के दौरान एक बारगी तो पुलिस व भाजपा कार्यकर्ता आमने सामने हो गए। पुलिस ने भाजपा प्रदेशाध्यक्ष सतीश पूनिया को हिरासत में लिया है। भाजपा की एक टीम ने बारां पहुंच पीड़िता के परिवार संग मुलाकात भी की। वहीं, सतीश पूनिया ने कहा कि हमने राजस्थान के राज्यपाल से मिलने के लिए समय मांगा है। आने वाले एक दो दिनों में हम उनसे मुलाकात करेंगे।
क्या हुआ था राजस्थान के बारे में
दरअसल, राजस्थान के बारां में दो नाबालिग बहनों के साथ दुष्कर्म का मामला सामने आया। बारां शहर की दो नाबालिग बहनें 19 सितंबर को घर से गायब हो गई थीं, जिन्हें 22 सितंबर को कोटा से बरामद किया गया। छोटी बहन ने मीडिया से बातचीत में कहा कि दो लोग उन्हें लेकर नलका स्टेशन गए फिर यहां से सुबह आठ बजे जयपुर लेकर गए। पहले दो लोगों ने उनके साथ दुष्कर्म किया। इसके बाद दो-तीन लोग और आए। उन्होंने भी हमारे साथ दुष्कर्म किया।
इधर, कांग्रेस का धरना प्रदर्शन
यूपी के हाथरस में दलित युवती से गैंगरेप और कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी और प्रियंका गांधी के साथ दुर्व्यवहार के विरोध में राजस्थान प्रदेश कांग्रेस की ओर से सभी जिलों में मौन सत्याग्रह किया गया। सुबह 10 बजे से लेकर दोपहर 12 बजे तक सभी जिलों में एक साथ हुआ। राजधानी जयपुर के शहीद स्मारक पर हुए मौन सत्याग्रह में उद्योग मंत्री परसादी लाल मीणा, महिला बाल विकास मंत्री ममता भूपेश, विधायक संयम लोढ़ा, प्रदेश कांग्रेस की उपाध्यक्ष अर्चना शर्मा, प्रदेश कांग्रेस के महामंत्री सत्येंद्र भारद्वाज, बालकृष्ण खिंची, पंडित सुरेश मिश्रा, कांग्रेस नेता पुष्पेंद्र भारद्वाज , अयूब खान सहित सौ के लगभग कांग्रेसी नेता और कार्यकर्ता और सत्याग्रह में शामिल हुए।
राजस्थान गुर्जर आंदोलन 2020 : आरक्षण के लिए सरकार को अल्टीमेटम, 17 अक्टूबर को महापंचायत