देश के 6 एयरपोर्ट निजी हाथों में जाएंगे, अडानी ग्रुप ने लगाई सबसे बड़ी बोली
Jaipuir News, जयपुर। देश के एक एयरपोर्ट एक मार्च 2019 से निजी हाथों में सौंप दिए जाएंगे। इनमें से 4 हवाई अड्डे अडानी ग्रुप को मिल रहे हैं। ये सभी एयरपोर्ट 28 फरवरी को इन कंपनियों को हैंडओवर कर दिए जाएंगे। उसके बाद इनका संचालन, रखरखाव और अन्य समस्त कार्यों को लेकर फैसले लेने के अधिकारी अगले 50 साल तक ये ही बड़े ग्रुप होंगे।
इसके विरोध में सोमवार से देश के 130 हवाई अड्डों पर कर्मचारियों ने क्रमिक अनशन शुरू कर दिया है। यह भूख हड़ताल आगे आमरण अनशन में बदलने की चेतावनी भी दी गई है। जानकारी के अनुसार केंद्र सरकार 28 फरवरी को जयपुर, त्रिवेंद्रम, लखनऊ, अहमदाबाद और मंगलौर एयरपोर्ट अडानी ग्रुप को सुपुर्द कर देगी, जबकि गुवाहाटी एयरपोर्ट का मामला हाईकोर्ट में है।
बताया जा रहा कि ये सभी हवाई अड्डे AAI श्रेणी के हैं। इसका मतलब यह है कि ये सभी एयरपोर्ट वर्तमान में केंद्र सरकार के लिए लाभकारी स्थति में हैं। सोमवार को नई दिल्ली में खोली गई वित्तीय निविदा में अडाणी समूह ने सबसे बड़ी बोली लगाई है।
सुविधाएं बढ़ेगी, पर महंगा ना हो जाए
माना जा रहा है कि निजी हाथों में दिए जाने के साथ ही जयपुर एयरपोर्ट की कनेक्टिविटी राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर बढ़ेगी। अभी देश के कई राज्यों की राजधानियों के लिए भी जयपुर से सीधी कनेक्टिविटी नहीं है या फिर सीमित है। लेकिन निजी हाथों में देने के बाद सबसे बड़ा अंदेशा एयरपोर्ट पर मिलने वाली सुविधाओं के महंगा होना भी हो सकता है।