रात को बेटी का जन्म, सुबह परीक्षा देने पहुंची प्रसूता, सब कर रहे शालू के साहस को सैल्यूट
रात को बेटी का जन्म, सुबह परीक्षा देने पहुंची प्रसूता
जयपुर। राजस्थान की शालू बानो ने पढ़ाई के लेकर मिसाल पेश की है। रात को उसने बेटी को जन्म दिया और सुबह बीएड प्रथम वर्ष की परीक्षा देने पहुंच गई। बेटी के जन्म के महज दस घंटे बाद ही प्रसूता को परीक्षा केन्द्र पर देख हर कोई उसके साहस का सैल्यूट करता दिखा।
मामला राजस्थान की राजधानी जयपुर है। बीएड प्रथम वर्ष की तैयारियों में जुटी शालू बानो के प्रसव पीड़ा होने पर परिजन उसे राजापार्क स्थित निजी अस्पताल लेकर गए, जहां मंगलवार रात सवा 12 बजे शालू ने बेटी को जन्म दिया।
बुधवार को शालू की बीएड की परीक्षा थी। बेटी जन्म के बाद वह सुबह परीक्षा भी देने पहुंची। शालू ने बताया कि चिकित्सक ने उसे पर नन्ही परी पैदा होने की जानकारी दी तो खुशी का ठिकाना नहीं रहा। उस पल से मेरी दुनिया बदल गई। बेटी का नाम सोच लिया 'अनम' यानी खुदा की रहमत। फिर ख्याल आया सुबह होने वाली बीएड की परीक्षा का। पूरे साल मेहनत की थी, छोड़ नहीं सकती थी। पेपर देने की ताकत नहीं थी लेकिन बेटी की मुस्कान ने हौसला दिया। परीक्षा देने का फैसला किया तो पति ने हौसला बढ़ाया। डॉक्टर ने भी सहमति दे दी।
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मूलरूप से कोटा निवासी शालू बानो ने बुधवार सुबह 11 बजे बीएड प्रथम वर्ष की परीक्षा दी। शालू के पति सन्नी पठान ने बताया कि वे दोनों 7 जून से राजापार्क के एक होटल में रुके हुए थे। बुधवार सुबह राजस्थान यूनिवर्सिटी स्थित लॉ कॉलेज में परीक्षा देनी थी। डॉक्टर ने भी कहा कि शालू एग्जाम दे सकती है लेकिन आने-जाने में थोड़ा ध्यान रखना होगा। इस पर हम लोग कार से पहुंचे और कॉलेज प्रशासन ने भी पूरी मदद की। वीलचेयर की व्यवस्था कर उसी पर बैठाकर परीक्षा ली। पेपर के बाद पत्नी को फिर से हॉस्पिटल में भर्ती करवाया, जहां से एक-दो दिन में छुट्टी मिल जाएगी।