राजस्थान के 2000 सरकारी, प्राइवेट सरकारी आईटीआई सेंटर्स पर लगाए जाएंगे कैमरे
जयपुर। राजस्थान में गहलोत राज में आईटीआई सेंटर्स की कायाकल्प बदलने जा रही है। अब सेंटर्स का पूरी तरह से डिजिटलाईलेशन किया जाएगा। सेंटर्स पर नवाचार किए जाएंगे। आईटीआई सेंटर्स पूरी तरह से डिजिटल होने से फर्जीवाड़े पर पूरी तरह से लगाम लगेगी। राजस्थान के आईटीआई सेंटर पर पूरी तरह से कैमरे से लेस होंगे। सरकार के साथ साथ उन अफसरों की भी इन सेंटर्स पर पैनी नजर रहेगी, क्योंकि फर्जी आईटीआई सेंटर्स पर लगाम लगाने के लिए सरकार लगातार आगे बढ़ रही है।
फर्जीवाड़े को उखाड़ फैंकने के लिए अब राजस्थान के सभी 2000 सरकारी, प्राइवेट सरकारी आईटीआई सेंटर्स पर कैमरे लगाए जाएंगे। सभी सेंटर्स की आरएसएलडीसी दफ्तर से निगरानी होगी। इसके साथ साथ फेस बायोमेट्रिक सिस्टम से स्टूडेंट्स की हाजिरी होगी। स्टूडेंट्स के लिए ड्रेस और आईकार्ड जरूरी होंगे। फर्जी आईटीआई सेंटर्स के लिए आरएसएलडसी केंद्र सरकार को भी पत्र लिख चुका है और कई सेंटर्स को बंद भी हो चुके।
पिछले साल पकड़े थे 411 फर्जी सेंटर
राजस्थान में पिछले साल 411 फर्जी आईटीआई सेंटर्स पकडे थे, जिसके बाद केंद्र सरकार को इस संबंध में पत्र लिखा गया। सरकार कई सेंटर्स को बंद कर चुकी है, जबकि कईयों की जांच चल रही है। सचिव नीरज के पवन का कहना है कि बच्चों के नाम पर छात्रवृत्ति में भी बडा फर्जीवाड़ा हुआ था, लेकिन अब इसे रोकने के लिए विभाग ने सभी स्टूडेंट्स को आधार से जोड दिया है। अब सीधे स्टूडेंट्स के खातों में पैसे ट्रांसफर होते हैं।
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