सूर्य ग्रहण देखने से राजस्थान के 14 बच्चों की आंखें खराब, इलाज में जुटे एसएमएस के डॉक्टर
जयपुर।
राजस्थान
में
सूर्य
ग्रहण
देखने
देखने
के
कारण
14
बच्चों
की
आंखें
खराब
होने
का
चौंकाने
वाला
मामला
सामने
आया
है।
इनकी
आंखें
70
फीसदी
तक
खराब
हो
चुकी
हैं।
सवाई
मानसिंह
अस्पताल
(एसएमएस)
जयपुर
के
चिकित्सक
बच्चों
के
इलाज
में
जुटे
हैं,
मगर
चिंता
की
बात
यह
है
कि
अब
इनकी
आंखें
पूरी
तरह
से
ठीक
होना
भी
मुश्किल
है।
26 दिसम्बर को हुआ था सूर्य ग्रहण
बता दें कि 26 दिसम्बर को सुबह सात बजकर 59 मिनट से दोपहर एक बजकर 35 मिनट तक सूर्य ग्रहण हुआ था। सूर्य ग्रहण को बिना चश्मे या सुरक्षा इंतजाम के देखा था। कुछ समय बाद बच्चों को स्पष्ट दिखाए देने में समस्या होने लगी। किसी को दिखना पूरी तरह बंद हो गया तो किसी को धुंधला दिखाई दे रहा था। ऐसे में बच्चों को परिजन उन्हें जयपुर स्थित राजस्थान के सबसे बड़े अस्पताल एसएमएस लेकर पहुंचे। बीते बीस दिन में यहां पर सूर्य ग्रहण के कारण दिखाई देना बंद होने की समस्या लेकर 14 बच्चे पहुंचे हैं।
रेटिना को पहुंचा काफी नुकसान
मीडिया से बातचीत में सवाई मानसिंह अस्पताल के नेत्र विभाग के एचओडी ओर यूनिट हेड डॉ. कमलेश खिलनानी बताते हैं कि सूर्य ग्रहण से जिन 14 बच्चों की आंखों को नुकसान हुआ है। उसका पूरी तरह से ठीक हो पाना मुश्किल लग रहा है। सूर्य ग्रहण के कारण उनके रेटिना पर बहुत बुरा असर पड़ा है। ऐसे में लग रहा है कि उनकी आंखें पूरी तरह से पहले जैसी शायद ही हो पाए।
आंख में पीला धब्बा बन गया
डॉ. खिलनानी की मानें तो बिना चश्मे और अन्य बिना किसी सुरक्षा के इंतजाम सूर्यग्रहण देखने से इन बच्चों की आंखों पर बुरा असर हुआ है। जांच में सामने आया है कि इन बच्चों का रेटिना जल चुका है और आंख के अंदर पीला धब्बा बनने दिखाई देने में समस्या आ रही है। अब इन बच्चों का इलाज किया जा रहा है।