MP nikay chunav 2022:पांच के पंच में बीजेपी-कांग्रेस फिफ्टी-फिफ्टी, कटनी में प्रीति ने की दोनों की छटनी
पांच का पंच यानि दूसरे चरण में हुए चुनाव में 5 नगर निगमों में भाजपा-कांग्रेस का पंच फिफ्टी-फिफ्टी ही काम आया। देवास और रतलाम में जहाँ बीजेपी का कमल खिला, तो रीवा-मुरैना में कांग्रेस का पंजा चला।
भोपाल, 20 जुलाई: मध्यप्रदेश में दो चरणों में हुए नगरीय निकाय चुनाव के नतीजों (Results) की बुधवार को इतिश्री हो गई। पांच का पंच यानि दूसरे चरण में हुए चुनाव में 5 नगर निगमों में भाजपा-कांग्रेस का पंच फिफ्टी-फिफ्टी ही काम आया। देवास और रतलाम में जहाँ बीजेपी का कमल खिला, तो रीवा-मुरैना में कांग्रेस का पंजा चला। कटनी में इन दोनों ही दलों को हार का मुहं देखना पड़ा। बीजेपी से बागी होकर महापौर के लिए निर्दलीय प्रत्याशी के रूप चुनाव लड़ने वाली प्रीति सूरी ने बीजेपी-कांग्रेस दोनों की छटनी कर दी।
बीजेपी-कांग्रेस के लिए काट बनी कटनी की ‘प्रीति'
एमपी के नगरीय निकाय चुनाव के दूसरे चरण में हुई वोटिंग के नतीजों पर सभी की नजर थी। विशेषतौर पर त्रिकोणीय मुकाबले से घिरे कटनी नगर निगम के नतीजों पर सभी की निगाह थी। परिणाम वाले दिन जैसे ही EVM से मतों की गणना शुरू हुई, तो पता लगने लगा कि बीजेपी-कांग्रेस दोनों के लिए इस बार जीत की डगर आसान नहीं। बीजेपी से बागी होकर महापौर का चुनाव लड़ने वाली प्रीति सूरी ने 5287 वोटों से जीत दर्ज की।
रीवा का ‘रण’ चला, कांग्रेस का ‘पंजा’
प्रदेश में किसी भी नए राजनीतिक दल की एंट्री का केंद्र बन चुके विंध्य में कांग्रेस का 24 साल का वनवास खत्म हुआ। यहाँ कांग्रेस से महापौर प्रत्याशी अजय मिश्रा ने 9 हजार से ज्यादा वोटों से बीजेपी के प्रबोध व्यास को पटकनी दी। बीजेपी के लिए इस इलाके के रीवा नगर निगम में महापौर की कुर्सी विशेष मायने इसलिए भी रखती, क्योकि यहाँ से ही पूर्व कैबिनेट मंत्री राजेन्द्र शुक्ला आते है। यहाँ से लगे इलाकों से विधानसभा अध्यक्ष गिरीश गौतम, सांसद जनार्दन मिश्र, बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष और खजुराहो सांसद वीडी शर्मा की प्रतिष्ठा भी जुड़ी थी। लेकिन महापौर के तौर पर बीजेपी को निराशा हाथ लगी।
देवास में बीजेपी की गीता कांग्रेस पर पड़ी भारी
आर्थिक राजधानी इंदौर से सटे देवास में भाजपा का कमल खिला। पहले यहाँ भी त्रिकोणीय मुकाबला माना जा रहा था, लेकिन नतीजों के दिन सीधी टक्कर बीजेपी की गीता अग्रवाल और कांग्रेस की मनीषा चौधरी के बीच ही देखने को मिली। यहाँ महापौर के लिए बीजेपी की गीता अग्रवाल ने कांग्रेस की मनीषा चौधरी को 45884 वोटों से हराया।
रतलाम में भी खिला कमल
नगरीय निकाय चुनाव में सबसे देर से टिकट की घोषणा रतलाम की ही हुई थी। लंबे मंथन के बाद कांग्रेस ने यहाँ से यूथ कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष विक्रांत भूरिया के करीबी मयंक जाट को मैदान में उतारा था। वही बीजेपी ने महापौर प्रत्याशी के रूप में प्रहलाद पटेल को मौका दिया। कांटे का माने जा रहे यहाँ के मुकाबले में बीजेपी ने कांग्रेस के मंसूबों पर पानी फेर दिया। बीजेपी के प्रह्लाद पटेल ने 8591 वोट से जीत दर्ज की।
तोमर के गढ़ में कांग्रेस की सेंध
चंबल में ग्वालियर नगर निगम में महापौर की कुर्सी से हाथ धोने के बाद बीजेपी को बड़ी उम्मीद थी, कि दूसरे चरण के नतीजों में मुरैना लाज बचाएगा। बीजेपी के लिए यहाँ से महापौर का चुनाव जीतना इसलिए भी नाक का सवाल था, क्योकि केन्द्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर, बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा यही से आते है। अप्रत्यक्ष तौर पर केन्द्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया का नाम भी जुड़ा था। लेकिन कांग्रेस प्रत्याशी शारदा सोलंकी ने 12874 वोटों से बीजेपी उम्मीदवार मीना मुकेश जाटव को हरा दिया। जिसे बीजेपी के गढ़ में कांग्रेस की सेंध लगना माना जा रहा है।