पकड़ा गया सट्टा किंग सतीश सनपाल का गुर्गा मुरली खत्री, दो अड्डो से मिली लाखों की नकदी और हिसाब-किताब
जबलपुर, 23 मई: सट्टा किंग सतीश सनपाल और उसके गुर्गों की तलाश में जुटी जबलपुर पुलिस के हाथ दो और हाईटेक अड्डे लगे। शहर के कोतवाली और रसल चौक इलाके में बेहद शातिराना ढंग से यहाँ सट्टे का हाईप्रोफाइल कारोबार संचालित हो रहा था। पुलिस ने दोनों ही अड्डों पर छापा मारकार लाखों की नकदी और कई लाख का हिसाब किताब बरामद किया है। दोनों अड्डों का कनेक्शन सतीश से जुड़ा है। आरोपी सतीश के वैब एक्सचेंज की मास्टर आईडी के जरिये अवैध कारोबार का साम्राज्य फैलाये थे।

अंडरवर्ल्ड सटोरिया, सट्टा किंग, माफिया और न जाने क्या-क्या...शायद शब्द कम पड़ जाए। दुबई, लंदन जैसे दुनिया के कई बड़े देशों में बैठकर इण्डिया में चाय-पान की दुकान की तरह ऑनलाइन क्रिकेट सट्टे का बड़ा साम्राज्य स्थापित करने वाले सतीश सनपाल तक पहुँचने पुलिस अब कोई चूक नहीं करना चाहती। जिस फ़िल्मी स्टाइल की तर्ज पर सतीश पुलिस को छका रहा है, उससे एक कदम आगे अब जबलपुर पुलिस है। सोमवार को शहर के रसल चौक और कोतवाली इलाके में कार्यवाही हुई। जहाँ सतीश की वैब एक्सचेंज मास्टर आईडी के जरिये लाखों-करोड़ों के सट्टे की बुकिंग ली जाती थी। इन अड्डों को संचालित करने वाला दिलीप खत्री, सतीश की तर्ज पर शहर से बाहर रहकर कारोबार फैलाए थे। पुलिस ने दोंमो अड्डो से करीब चालीस लाख नकद और लाखों का हिसाब-किताब बरामद किया है।

दिलीप फरार, 5 गिरफ्तार और कई की तलाश
सतीश के इशारों पर सट्टे का कारोबार करने दिलीप दूसरों की आँख में धूल झौकने एक रेस्टोरेंट एवं एजेन्सी चलाता था। लेकिन असल काम हाईटेक सट्टे की बुकिंग और कलेक्शन का था। जिसकी कुल रकम का एक हिस्सा सतीश सनपाल के बताये नेटवर्क के व्यक्ति के पास पहुँच जाता था। लेकिन पुलिस की हुई कार्यवाही में दिलीप और उसके कुछ सहयोगियों को छोड़ 5 आरोपियों को अरेस्ट किया है। मौके से पुलिस ने नकदी के अलावा लाखों-करोड़ों के ट्रांजिक्शन के दस्तावेज भी बरामद किये है जिनकी जांच जारी है।

दिलीप खत्री का सत्ताधारी पार्टी से गठजोड़
कार्यवाही होते ही दिलीप के बचाव में पुलिस प्रशासन पर दबाब की भी खबर है। कहा जा रहा है कि दिलीप की सत्ताधारी पार्टी के निचले स्तर से लेकर ऊपर तक पहुँच थी। यही वह वजह थी कि सतीश की तलाश में जुटी पुलिस की लगातार कार्यवाही के बीच बेख़ौफ़ ढंग से अवैध कारोबार बदस्तूर जारी रहा। पुलिस कार्यवाही के बाद पुलिस थाने से लेकर एसपी के फोन पर विधायकों, मंत्रियों के फोन की घंटियाँ भी घनघनाती रही।

सतीश सनपाल की दुबई की मिल सकती है लिंक
इस कार्यवाही के बाद माना जा रहा है कि सतीश का असल ठिकाना पता चल जाएगा। जो दस्तावेज बरामद हुए है उसकी पड़ताल की जा रही है। इससे पहले सतीश का भाई, उसका सहयोगी भी पकड़ा जा चुका है। अलग-अलग दोनों अड्डों से हुई जब्ती फिर उसके आधार पर होने वाला इन्वेस्टिगेशन सतीश के गिरेवान तक पहुंचाएगी।