MP पंचायत चुनाव अपडेट: चुनाव चिन्ह मिला था ‘हल’, बेलेट पेपर मे बाल्टी, चुनाव रद्द करने की मांग
मप्र में पहले चरण के लिए जारी पंचायत चुनाव की वोटिंग में कई जगहों के प्रत्याशी मायूस हो गए है। दरअसल इसकी वजह बेलेट पेपर में चुनाव चिन्ह बदलना रही।MP Panchayat Election 2022 Updates: candidates demand cancellation of el
भोपाल, 25 जून: MP पंचायत चुनाव के पहले चरण लिए हो रहे मतदान में बड़ी लापरवाही सामने आई है। छिंदवाड़ा जिले के अमरवाड़ा जनपद के पौनार में पंच प्रत्याशी को चुनाव चिन्ह 'हल' आवंटित हुआ था, लेकिन जब मतदान शुरू हुआ तो बेलेट पेपर पर बाल्टी छप गया। इसी तरह आगर मालवा जिले के बड़ौद जनपद की झोंटा ग्राम पंचायत में कई प्रत्याशियों के बेलेट पेपर में चुनाव चिन्ह बदलने की शिकायत है। उम्मीदवारों ने इन जगहों पर दोबारा चुनाव की मांग की हैं।
चुनाव चिन्ह की अदला-बदली ने बढ़ाया भ्रम
मप्र में पहले चरण के लिए जारी पंचायत चुनाव की वोटिंग में कई जगहों के प्रत्याशी मायूस हो गए है। दरअसल इसकी वजह बेलेट पेपर में चुनाव चिन्ह बदलना रही। छिंदवाड़ा और आगर मालवा जिले से प्रत्याशियों और उनके समर्थकों ने शिकायत की है कि निर्वाचन कार्यालय द्वारा उन्हें जो चुनाव जिन्ह आवंटित किया गया था, मतदान के वक्त बेलेट पेपर में उसकी जगह दूसरा चुनाव चिन्ह छापा गया है। इससे मतदाताओं में भ्रम की स्थिति निर्मित हो गई है।
छिंदवाड़ा में ‘हल’ की जगह छप गया ‘बाल्टी’
जानकारी के मुताबिक छिंदवाड़ा के अमरवाड़ा जनपद के पौनार में क्षेत्र के संतोष ठाकुर पंच प्रत्याशी के रूप में चुनाव मैदान में है। नाम-निर्देशन-पत्र भरने के बाद चुनाव प्रक्रिया के तहत उन्हें चुनाव चिन्ह 'हल' आवंटित हुआ था। उसी चुनाव चिन्ह के आधार पर संतोष ने अपना चुनाव प्रचार भी किया। मतदान के दिन जब वोटिंग शुरू हुई और मतदाता वोट डालने पहुंचे तो बेलेट पेपर पर उनके नाम के सामने चुनाव चिन्ह के कॉलम में 'बाल्टी' चुनाव चिन्ह छपा मिला। संतोष ने इस पूरे मामले की शिकायत रिटर्निंग ऑफिसर से की है।
आगर मालवा में दर्जन भर प्रत्याशियों के बदले चुनाव चिन्ह
छिंदवाड़ा जिले की तरह शिकायत आगर मालवा जिले में भी सामने आई। यहाँ मतदान केंद्र क्रमांक 149 समेत कई केन्द्रों पर बेलेट पेपर में चुनाव चिन्ह बदलने से हंगामे की स्थिति बनी। यहाँ भी प्रत्याशियों ने निर्वाचन विभाग पर बड़ी लापरवाही का आरोप लगाया। मतदान करने पहुंचे कई लोग बगैर मतदान किए जब वापस लौट रहे थे, प्रत्याशियों ने इसकी भी शिकायत की। मतदान के वक्त चुनाव चिन्ह बदलने से खफा प्रत्याशियों ने चुनाव रद्द कराने की मांग की है।
जिस चिन्ह से किया प्रचार, वह प्रतिद्वन्दी को मिला
मतदान पूर्व सभी तैयारियां की जाती है। बेलेट पेपर का मिलान भी किया जाता है कि चुनाव मैदान में उतरे प्रत्याशियों के नाम के सामने आवंटित चुनाव चिन्ह है या नहीं ? बाबजूद इसके इतनी बड़ी लापरवाही से अब सवाल उठ रहे है। आगर-मालवा जिले में कुछ जगह पर एक प्रत्याशी को आवंटित हुआ चुनाव चिन्ह, बेलेट पेपर में उसके प्रतिद्वन्दी प्रत्याशी के नाम के सामने छपा मिला। इससे मतदान करने पहुंचे मतदाता भी असमंजस में पड़ गए कि वह चुनाव चिन्ह देखकर वोट करे, या फिर प्रत्याशी का नाम पढ़कर।
चुनाव निरस्त करने की मांग, जांच में जुटा प्रशासन
चुनाव का कार्य बेहद संवेदनशील माना जाता है। इस बाद भी प्रदेश के कई स्थानों पर चुनाव चिन्ह बदलने की गड़बड़ी की शिकायत को निर्वाचन विभाग ने गंभीरता से लिया है। स्थानीय स्तर पर अधिकारी मामले की जांच में जुट गए है। इसी के साथ जिन प्रत्याशियों ने शिकायत की है, उनके मुताबिक ग्रामीण क्षेत्र में अधिकांश अशिक्षित लोग रहते है। वह सिर्फ चुनाव चिन्ह देखकर ही वोट डालते है। लेकिन जब उन्हें आवंटित चुनाव चिन्ह, किसी दूसरे प्रत्याशी के नाम के साथ बेलेट पेपर में छपा है। तो मतदान कैसे निष्पक्ष संपन्न हुआ माना जाए।