जबलपुरः अपहरण कर पहले लड़की को सवा लाख में बेचा फिर डेढ़ लाख में बेचने की कर रहा था तैयारी
जबलपुर। मध्य प्रदेश के जबलपुर जिले के सिहोरा थाना क्षेत्र में पिछले करीब दो साल से लापता हुई नाबालिग लड़की को बेचने का मामला सामने आया है। इस मामले में पुलिस ने एक आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है, जबकि एक आरोपी अभी भी फरार है। पुलिस ने नाबालिग लड़की और उसके पति के बयानों के आधार पर नकली माता-पिता और उसके सहयोगी के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है।
साल 2017 में हुआ था अपहरण
सिहोरा टीआई सतीश पटेल ने बताया कि दरअसल, साल 2017 में 10 जुलाई को एक 16 साल की नाबालिग लड़की के लापता होने पर पुलिस ने अपहरण का मामला दर्ज किया था। इसके बाद लड़की की खोजबीन शुरू की गई। इस दौरान पुलिस को सूचना मिली की लापता लड़की गोसलपुर में है। पुलिस ने लड़की को अपहर्ता से छुड़ाकर उसकी मां के सामने बयान दर्ज किया।
सवा लाख रुपये में पहले बेचा
पीड़ित नाबालिग लड़की ने बताया कि आरोपी श्रवण कुमार, उसकी पत्नी और उसके सहयोगी ने उसे अपनी 22 साल की बेटी बताकर छतपुर स्थित बड़ा मलहरा निवासी घनश्याम यादव से शादी तय कर दी। घर की आर्थिक स्थिति खराब बताकर सवा लाख रुपये भी ले लिए। छतरपुर के जटाशंकर मंदिर में उसकी शादी करवा दी। शादी के तीन दिन बाद उसका नकली पिता लड़की के ससुराल पहुंचा और गोसलपुर ले आने को कहने लगा।
दूसरी जगह डेढ़ लाख रुपये में बेचने की हो रही थी तैयारी
इसके बाद शादी के दौरान पहने गहने के साथ लड़की गोसलपुर आ गई। इसके कुछ दिनों बाद जब लड़की का पति उसे वापस लेने के लिए गया तो आरोपी श्रवण ने उसे भेजने से मना कर दिया। तब उसे किसी और बात की शंका हुई। पीड़िता ने बताया कि उसे तीन दिन बाद सागर इलाके में डेढ़ लाख रुपये में दूसरी जगह बेचने की तैयारी हो रही थी। हालांकि इससे पहले पुलिस पहुंच गई।
पुलिस ने दबोचा
पीड़ित लड़की और उसके पति के बयान के आधार पर पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ अलग-अलग धाराओं सहित पाक्सो एक्ट के तहत मामला दर्ज कर लिया। इस मामले में पुलिस ने मुख्य आरोपी श्रवण कुमार को गिरफ्तार कर लिया है। वहीं दूसरे आरोपी की तलाश पुलिस कर रही है।