सावधान: जबलपुर में हर तीसरे घंटे में कोरोना का डंक, 3 दिन में 29 और महीने भर में 152 केस
जबलपुर, 04 जुलाई: मप्र में एक बार फिर कोरोना का खतरा मंडराने लगा है। जबलपुर में जुलाई के शुरुआती तीन दिनों तो जिस हिसाब से 29 मरीज पॉजिटिव मिले है, उससे अंदाज लगाया जा सकता है कि हर तीन घंटे में कोरोना डंक मार रहा है। तीसरी लहर के बाद यह पहला मौका है जब प्रदेश के हर जिले में कोरोना के केस में हर रोज़ इजाफा हो रहा है। एमपी में नगरीय निकाय चुनाव के पहले चरण की 6 जुलाई को वोटिंग भी है, ऐसे में मतदाताओं की होने वाली भीड़ और स्वास्थ्य महकमे के सुस्त इंतजामों ने अभी से लोगों की नींद उड़ा दी है।

3 दिन में 29, महीनेभर में 152 मरीज
मप्र में कोरोना के बढ़ते मामलों ने एक बार फिर लोगों की चिंता बढ़ा दी है। कोविडकाल की तीन लहरों ने जमकर तांडव मचाया था। उसके बाद खुली हवा में पूरी तरह सांस लेने का मौका मिला तो जुलाई में कोरोना का बढ़ता ग्राफ चिंता में डाल रहा है। महाकौशल अंचल के मुख्यालय जबलपुर में अकेले पिछले तीन दिनों में 29 कोरोना पॉजिटिव मरीज मिले। वही एक जून से तीन जुलाई तक यदि आंकड़ों पर गौर करें तो 152 पॉजिटिव मरीजों की संख्या डराने के लिए काफी है । इस अवधि में तीन मरीजों की मौत भी दर्ज की गई है।

खानापूर्ति के लिए हो रही सैम्पलिंग
जबलपुर जिले में जिस तरह कोरोना अपने पैर पसार रहा है, उस हिसाब से यहाँ कोरोना लक्षण वाले मरीजों की जांच की रफ़्तार बेहद सुस्त है। रोजाना बढ़ते कोरोना केस के लिहाज से सैम्पलिंग की संख्या ऊंट के मुहं में जीरे के बराबर है। बीते 32 दिनों में जिले में महज , 32 दिन में सिर्फ 7 हजार 928 सैंपल लिए गए। जिसमें 152 मरीज पॉजिटिव मिले। तीसरी लहर के दौरान जब इक्का-दुक्का कोरोना मरीज मिल रहे थे, तब स्वास्थ्य महकमा रोजाना चार से पांच हजार मरीजों के कोरोना टेस्ट कर रहा था। इससे अनुमान लगाया जा सकता है कि मौजूदा वक्त में कोरोना के बढ़ते मामलों को स्वास्थ्य विभाग कितनी गंभीरता से ले रहा है। जबकि शासन ने कोरोना संक्रमण की रोकथाम के लिए अधिक से अधिक सैंपलिंग के निर्देश दिए हैं।

न मास्क और न ही टास्क...
आलम यह है कि तमाम तरह के दिशा निर्देशों को स्वास्थ्य महकमे ने अब कागजों तक सीमित कर लिया है। संक्रमण के प्रति लोगों में जागरूकता और उसकी रोकथाम के संबंध में सारी गतिविधियों को ताले में बंद कर लिया है। कोविड वार्ड और फीवर क्लीनिक मरीजों की घटती संख्या की वजह से बंद कर दी गई थी । पर जिस तरह कोरोना केस में इजाफा हो रहा है, उसके मद्देनजर कोई भी इंतजाम नजर नहीं आ रहे ।
जिले में अब तक
- पिछले 32 दिनों यानि 1 जून से 3 जुलाई तक कोरोना संक्रमण जांच के 7 हजार 928 सैंपल लिए गए।
- वायरोलाजी लैब से जारी अधिकृत रिपोर्ट में कोरोना के 152 मरीज मिले।
- इन 32 दिनों में कोरोना संक्रमित तीन मरीजों की मौत दर्ज हुई।
- जिले में वर्तमान में कोरोना के एक्टिव मरीजों की संख्या 52 है।
- एक महीने पहले जून के शुरुआती दिनों में कोरोना के सिर्फ आठ सक्रिय मरीज थे।
- स्वास्थ्य विभाग द्वारा रोजाना औसत 264 सैंपल लिए जा रहे हैं।
- जिले में अब तक 67 हजार 624 लोग कोरोना से संक्रमित हो चुके हैं।
- सरकारी आंकड़ों में 801 मरीज कोरोना संक्रमण से जान गंवा चुके हैं।

6 जुलाई को वोटर्स की रहेगी भीड़
इसी बीच सबसे बड़ा चिंता का कारण नगरीय निकाय चुनाव की वोटिंग भी है। 6 जुलाई को जबलपुर समेत प्रदेश के कई जिलों में पहले चरण की वोटिंग है। बारिश का मौसम भी है, यदि आसमान साफ़ रहा, तब तो ठीक है, लेकिन मौसम ने साथ नहीं दिया तो ऐसे में मतदाताओं में जल्द से जल्द वोट डालने की होड़ मचेगी। मतदान केन्द्रों में कोरोना संक्रमण से बचाव के क्या उपाय किए गए, अभी तक प्रशासनिक स्तर पर कोई जानकारी मुहैया नही कराई गई। कही ऐसा न हो कि जरा सी चूक भारी पड़ जाए। जरुरी है कि आम लोग खुद सतर्क रहे और कोरोना संक्रमण बचाव संबंधी दिशा निर्देशों का पालन भी करें।
ये भी पढ़े-CM शिवराज के नाक का सवाल बना जबलपुर? 15 दिन में तीसरी बार पहुंचे प्रचार के लिए