काली कमाई का सरताज बिशप पीसी सिंह, सरकारी जमीने ही नहीं, स्कूलों में डोनेशन से भी कमाई
जबलपुर, 28 सितंबर: चर्च लैंड स्केम का शातिर आरोपी बिशप पीसी सिंह का एक नाम और कई काले काम...ईओडब्ल्यू छापे के बाद उसके गुनाहों की फेहरिस्त बढ़ती ही जा रही है। लीज पर चर्च और मिशनरी संस्थाओं के लिए मिली बेशकीमती जमीनों में धोखाधड़ी के बीच इसने सरकारी जमीन पर कब्जाई। ख़ास राजदार सुरेश जैकब से हुई पूछताछ में यह भी पता चला कि आरोपी स्कूलों में बच्चों के एडमिशन के नाम पर हजारों रुपए डोनेशन भी वसूली भी करवाता था। जिसके करोड़ों रुपए के हिसाब का भी अब पता लगाया जा रहा हैं।
बेशकीमती जमीनों से जी रहा था बिशप पीसी सिंह
करोड़ों की बेनामी संपत्ति फिर घर और बैंक खातों से पता लगी करोड़ों की बेशुमार दौलत वाले बिशप पीसी सिंह के गुनाहों की फेहरिस्त बढ़ती जा रही हैं। आज के बाजार के मुतबिक 1 अरब 36 करोड़ कीमत की 1 लाख 70 हजार वर्गफीट मिशनरी सोसायटी की जमीन से बिशप धंधा कर रहा था। जांच के बाद यह जमीन शासन ने अपने कब्जे में ले ली है। आरोप है कि बिशप हजारों वर्गफुट की इस जमीन पर व्यावसायिक गतिविधियाँ संचालित कर रहा था। जिससे होने वाली सालाना लाखों रुपए की आमदनी खुद डकार जाता था।
ख़ास राजदार सुरेश जैकब ने उगले कई राज
मिशनरी कई स्कूलों का मैनेजर सुरेश जैकब ही वह शख्स है, जो बिशप का ख़ास राजदार रहा। ईओडब्ल्यू की सख्ती के बाद सुरेश हाजिर हुआ। घंटो चली पूछताछ में जांच टीम को पीली कोठी की करोड़ों की जमीन का भी पता चला, जो शासन की है। उस पर भी बिशप ने अवैध कब्ज़ा कर रखा था। PWD के नाम दर्ज रही उक्त भूमि की लीज खत्म होने के बाद बिशप ने उस जमीन को अपने नाम पर करा लिया था।
स्कूलों में एडमिशन के नाम डोनेशन
चर्च ऑफ़ नॉर्थ इंडिया डायोसिस के चेयरमैन रहते बिशप के अधिकार क्षेत्र दर्जन भर से ज्यादा स्कूल संचालित हो रहे थे। जिसमें बच्चों से न सिर्फ मोटी फीस वसूली जाती थी, बल्कि एडमिशन के वक्त कई बच्चों से डोनेशन भी लिया जाता था। चूंकि इन स्कूलों में न्यायधीशों से लेकर बड़े अफसर, नेताओं के बच्चे भी पढ़ते रहे तो बिशप उनकी मदद से काले कारनामें करने में जरा भी नहीं घवराया। डोनेशन की रकम कितनी वसूली गई और उसका उपयोग किस मद में किस खाते में हुआ, EOW इस बात का भी पता लगा रही है।
आयोजनों के नाम पर लाखों का फंड
शैक्षणिक संस्थाओं की करोड़ों रुपए की राशि का गोलमाल करने का भी आरोप है। जांच में यह बात सामने आई है कि सालाना कई तरह के आयोजनों के नाम पर लाखों रुपए खर्च किए जाते थे। डायोसिस के खातों से भी फंड निकाला जाता था। जिसमें फर्जी बिल और खर्चे दिखाकर उस राशि का बड़ा हिस्सा खुद के लिए उपयोग करता था। पद पर रहते हुए अब तक कितने ऐसे आयोजन हुए और राशि का खर्च कितना रहा, उसकी गहराई से पड़ताल की जा रही है।
30 सितंबर को हाईकोर्ट में है सुनवाई
आरोपी बिशप पीसी सिंह की जमानत अर्जी पर शुक्रवार यानी 30 सितंबर को सुनवाई होना है। हाईकोर्ट में पिछले दिनों बिशप की जमानत याचिका पर ईओडब्ल्यू की ओर से विरोध दर्ज किया था। साथ ही अदालत ने केस डायरी पेश करने के निर्देश थे। बिशप के मामले में ईडी भी जांच कर रही है। साथ ही स्थानीय प्रशासन जबलपुर में मिशनरी संस्थाओं को शासन की तरफ से आवंटित जमीनों की वर्तमान स्थिति की भी जांच भी करा रहा है।
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