यमन: गृहयुद्ध में भूख ने ली 85,000 बच्चों की जान
सना। एक अंतरराष्ट्रीय एनजीओ 'सेव द चिल्ड्रन' की एक रिपोर्ट में कहा गया है कि यमन में गृहयुद्ध की वजह से पिछले तीन वर्षों में पांच वर्ष से कम उम्र के 85,000 बच्चों की मौत मौत भूख की वजह से हो चुकी हैं। एनजीओ ने इस गरीब पश्चिम एशियाई देश में मौतों और नुकसान को रोकने के लिए तत्काल युद्धविराम की मांग की है।
यह आंकड़ा अभी भी गंभीर कुपोषण पर संयुक्त राष्ट्र के आंकड़ों के आधार पर कम अनुमान माना जा रहा है। हुति विद्रोहियों और सऊदी समर्थित गठबंधन वाली सेना यमन में जमकर खून खराबा कर रही है, जिन्हें रोकने के लिए अंतरराष्ट्रीय स्तर की हर कोशिशें नाकाम दिख रही है। इस संघर्ष ने अब तक 1.3 मीलियन बच्चों प्रभावित किया है। बता दें कि मार्च 2015 से यमन गृहयुद्ध की चपेट मे है।
हुति को कमजोर करने के लिए साउदी ने अपनी सीमावर्ती इलाकों को ब्लॉक कर दिया है, जिसकी वजह से यमन में लगभग 14 मिलियन लोग खतरे का सामना कर रहे हैं।