शी जिनपिंग ने पावर बढ़ते ही चीनी सेना को दिए आदेश, किसी भी वक्त 'जंग' के लिए तैयार रहो
China news:अपनी अगुवाई वाली चीनी सेना की शक्ति बढ़ाने वाले चीनी रक्षा कानून का विस्तार होते ही चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग (xi jinping) ने सोमवार को अपनी सेना को आदेश दिया कि वह 'हर समय युद्ध लायक तैयारी में रहें' और इस बात पर जोर दिया कि 'किसी भी क्षण कार्रवाई' के लिए तैयार रहें। चीन की सरकारी न्यूज एजेंसी शिन्हुआ के मुताबिक उन्होंने अपनी सशस्त्र सेना से ट्रेनिंग का दायरा इस तरह से बढ़ाने को कहा है, ताकि वह हर वक्त युद्ध जैसी स्थिति की तैयारी सुनिश्चित हो जाए। इसके लिए उन्होंने कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ चाइना की 100वीं वर्षगांठ की तारीख भी मुकर्रर कर दी है, जो किए 1 जुलाई को होनी है।
किसी भी वक्त 'जंग' के लिए तैयार रहो
चीनी समाचार एजेंसी के मुताबिक शी जिनपिंग (xi jinping)ने अपनी सेना से कहा है कि, 'पीपुल्स लिब्रेशन आर्मी (PLA) को 'किसी भी क्षण कार्रवाई' के लिए तैयार रहना होगा और उसकी तैयारी 'हर समय पूर्ण युद्ध' के जैसी रहनी चाहिए।' उन्होंने कहा है कि 'फ्रंटलाइन में होने वाले संघर्षों को निश्चित रूप से जवानों की क्षमता को संवारने में इस्तेमाल किया जाए और ट्रेनिंग के काम में टेक्नोलॉजी को भी जरूर शामिल करने की जरूरत है। ' शिन्हुआ की रिपोर्ट के मुताबिक जिनपिंग के हस्ताक्षर वाले साल 2021 के पहले सेंट्रल मिलिट्री कमीशन (Central Military Commission) के आदेश में सेना की युद्ध जैसी स्थिति वाली ट्रेनिंग और युद्ध जीतने की क्षमता बढ़ाने पर जोर दिया गया है।
कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ चाइना की 100वीं वर्षगांठ की तैयारी
शी जिनपिंग ने यह भी कहा है कि कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ चाइना (Communist Party of China)की मिलिट्री फोर्स पीएलए (PLA) सेंट्रल मिलिट्री कमीशन(CMC) और कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ चाइना (CPC)के आदेशों के निश्चित तौर पर तामील के लिए पार्टी की स्थापना दिवस की 100वीं वर्षगांठ यानि 1 जुलाई को 'शानदार प्रदर्शन' करके दिखाए। उन्होंने बेहतर ट्रेनिंग के लिए नई-नई टेक्नोलॉजी को अपनाने पर भी जोर दिया है। इसमें कंप्यूटर सिमुलेशन और ऑनलाइन कॉम्बैट ड्रिल के अलावा हाई-टेक और इंटरनेट से जुड़े टेक प्लस और वेब प्लस ट्रेनिंग पर भी काफी जोड़ दिया गया है। यह जानकारी साउथ चाइना मॉर्निंग पोस्ट ने दी है। उन्होंने कहा है कि पीएलए नए उपकरणों, नई फोर्स और नई तरह की लड़ाई को अपनी ट्रेनिंग और कॉम्बेट सिस्टम में शामिल करे।
क्या गलवान की मार नहीं भुला पा रहा है चीन?
दरअसल, पिछले साल जून में चीन को पूर्वी लद्दाख की गलवान घाटी में बहुत बुरे अनुभव से गुजरना पड़ा था और जिसके शर्म मारे वह आज तक अपने सैनिकों की हताहतों की सही जानकारी नहीं दे सका है। उस रात भारतीय जांबाजों के साथ हुई हिंसक झड़प में बड़ी तादाद में पीएलए के सैनिकों के हताहत होने की रिपोर्ट्स आ चुकी हैं। उस समय चीन की सेना ने भारतीय इलाके में घुसने की कोशिश की थी, लेकिन भारतीय सेना ने उनका बुरा हाल किया था। 2012 के आखिर में जब से शी जिनपिंग चीन के राष्ट्रपति बने हैं और सेंट्रल मिलिट्री कमीशन (CMC) की कमान हाथ में ली है, उन्होंने हर वक्त पीएलए को युद्ध के लिए तैयार रहने पर जोर दिया है। उन्होंने 2015 में पीएलए में बहुत बड़े बदलाव भी शुरू किए थे और साउथ चाइना मॉर्निंग पोस्ट के मुताबिक इसे 2020 तक पूरा किए जाने की योजना थी। इसी कड़ी में चीन ने साउथ चाइना सी में भी पिछले साल युद्धाभ्यास किए थे और ताइवान के ऊपर से अपने एयरजेट उड़ाए थे।(तस्वीरें-सांकेतिक)