लगातार गर्म हो रही है धरती, साल 2050 तक जिंदा रहना भी हो जाएगा दूभर
नई दिल्ली। जलवायु परिवर्तन के लिहाज से अगर जरूरी कदम समय पर नहीं उठाये गए तो दुनिया के तापमान में तीन से पांच डिग्री तक की वृद्धि हो सकती है। कुछ दिनों पहले विश्व मौसम संगठन की ओर से यह चेतावनी दुनिया को दी गई थी। अब एक किताब में जरिए भी यह वॉर्निंग दुनिया को देने की कोशिश की गई है। इस किताब का नाम है, 'द फ्यूचर वी चूज' और इसे लिखा है क्रिस्टिना फिगरर्स और टॉप रिवेट कारनाक ने। इन दोनों को साल 2015 में हुए पेरिस जलवायु समझौते का श्रेय दिया जाता है। इन दोनों ने ही पेरिस समझौते की रूपरेखा तैयार की थी। क्रिस्टिना और रिवेट ने अपनी किताब में साफ-साफ लिखा है कि दुनिया आगे कैसी होगी इसका सारा दारोमदार अगले 30 सालों में है।
24 घंटे मास्क पहनकर रहने को मजबूर लोग
इस किताब में लिखा है कि साल 2015 में कार्बन के उत्सर्जन में जरूर कमी दर्ज की गई थी मगर इसके बाद भी उत्सर्जन को नियंत्रित करने के लिए कोई कदम नहीं उठाए गए थे। दोनों के मुताबिक दुनिया उस दिशा की तरफ बढ़ रही है जहां पर धरती के तापमान में साल 2100 तक तीन डिग्री तक का इजाफा हो सकता है। किताब के मुताबिक जिस पहली चीज पर सबका ध्यान जाता है वह है हवा। इस समय दुनिया के कई हिस्सों में हवा काफी गर्म हो चुकी है और इसमें प्रदुषण फैलाने वाले तत्व भी मिले हुए हैं। हवा किस कदर प्रदूषित है इसका अंदाजा आप इसी बात से लगा सकते हैं कि हर किसी को कफ और खांसी की शिकायत रहती है और साथ ही उन्हें बार-बार अपनी आंखों को धोना पड़ता है। एशिया के कुछ देश तो ऐसे हैं जहां पर लोगों को 24 घंटे मास्क पहनकर रहना पड़ता है। किताब के मुताबिक साल दर साल दुनिया गर्म होती जा रही है और अगले दो दशकों में कई हिस्सों का तापमान सामान्य से कहीं ज्यादा होगा। जिस तरह से कई देशों में डेवलपमेंट प्रोजेक्ट्स पर काम चल रहा है, उसके बाद महासागर, जंगल, पेड़-पौधे और मिट्टी में वही कार्बन डाई ऑक्साइड घुल गई है जिसकी वजह इंसान हैं। किताब की मानें तो अगर ऐसे ही चलता रहा तो फिर साल 2050 तक जिंदा रहना भी बहुत मुश्किल हो जाएगा।