WHO ने कहा, कोरोना वायरस इस साल के अंत तक खत्म हो जाएगा ऐसा सोचना अवास्तविक है
WHO ने कहा, कोरोना वायरस इस साल के अंत तक खत्म हो जाएगा ऐसा सोचना अवास्तविक है
वाशिंगटन: विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने कहा है कि कोरोना वायरस इस साल के अंत तक खत्म हो जाएगा, ऐसा सोचना अवास्तविक लगता है। डब्लूएचओ के आपात कार्यक्रमों के निदेशक डॉ. माइकल रयान ने कहा, जो लोग भी ऐसा सोच रहे हैं कि कोरोना वायरस जल्द ही अब खत्म हो जाने वाला है या फिर साल के अंत तक इससे हमें छुटकारा मिल जाएगा, उन्हें मैं बता देना चाहता हूं कि ऐसा सोचने का मतलब है कि आप अवास्तविकता में जी रहे हैं और समय से पहले किसी भी चीज के होने के बारे में सोच रहे हैं। हालांकि उन्होंने ये भी कहा है कि लेकिन हम कोरोना वायरस वैक्सीन की वजह से कोविड-19 के चेन को तोड़ सकते हैं और इससे होने वाली मौत पर भी कंट्रोल पा सकते हैं। जिसमें हम बहुत हद तक सही साबित हो रहे हैं। वैक्सीन की मदद से हम लोगों को बचा पा रहे हैं।
डॉ. माइकल रयान ने कहा, अगर आप कोरोना वायरस से बचने के लिए दिए गए गाइडलाइन्स को फॉलो करते हैं और अगर हम होशियार हैं, तो हम अस्पताल और इस महामारी से जुड़ी मौतों और त्रासदी को खत्म कर सकते हैं।
डॉ. माइकल रयान ने कहा, फिलहाल हमें कोविड-19 वैक्सीन से मौत और अस्पताल में भर्ती होने वाले मरीजों को कंट्रोल करने में मदद मिली है। लेकिन अगर वैक्सीन से ट्रांसमिशन डायनेमिक्स और ट्रांसमिशन जोखिम पर प्रभाव डालना शुरू करते हैं, तो मेरा मानना है कि हम इस महामारी को नियंत्रित करने की दिशा में तेजी आएगी।
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डॉ. माइकल रयान ने हालांकि ये भी कहा कि फिलहाल अभी कोरोना वायरस बहुत हद तक नियंत्रण में है लेकिन इसको लेकर शांत नहीं बैठा जा सकता है क्योंकि कोरोना के फैले नए स्ट्रेन को लेकर कोई गारंटी नहीं दी जा सकती है।
वहीं डब्लूएचओ के प्रमुख टेड्रोस अधानोम गेब्रेयसस ने COVAX अभियान को लेकर कहा कि कोरोना के खिलाफ लड़ाई में दुनियाभर के देश एक साथ नहीं हैं। लेकिन हम लोगों को बताना चाहते हैं वायरस के खात्मे के लिए दुनियाभर के देशों को एक साथ आना होगा। जिन देशों के पास वैक्सीन हैं, उन देसों को हम अपने लोगों को जोखिम में डालने के लिए नहीं कह रहे हैं। हम सभी देशों को हर जगह वायरस को दबाने के वैश्विक प्रयास का हिस्सा बनने के लिए कह रहे हैं। बता दें कि COVAX डब्लूएचओ द्वारा शुरू किया गया एक अभियान है,जिसके तहत गरीब देशों को कोविड-19 वैक्सीन की आपूर्ति कराना है।