वुहान की जिस लैब से पूरी दुनिया में कोरोना वायरस फैलने का शक, WHO नहीं करेगा उस लैब की जांच
स्वीडन। दुनियाभर में कोरोना वायरस (कोविड-19) के कारण लाखों की संख्या में लोगों की मौत हो चुकी है। बीमारी से बड़ी संख्या में लोग संक्रमित भी हैं। इस वायरस ने वैश्विक अर्थव्यवस्था को भी काफी नुकसान पहुंचाया है। वायरस की उत्पत्ति की जांच के लिए विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्लूएचओ) की टीम चीन पहुंच गई है। लेकिन अब खबर आई है कि टीम यहां स्थित वुहान लैब का ही दौरा नहीं करेगी। जिसे लेकर बहुत से वैज्ञानिकों ने संगठन के प्रति नाराजगी जताई है।
वुहान इंस्टीट्यूट ऑफ वायरोलॉजी पर कई सवाल खड़े हुए थे। कई रिपोर्ट्स में ये बात सामने आई थी कि चीन को चमगादड़ में वायरस मिला था, जिसे इसी लैब में ले जाया गया। वहीं इस जांच को संगठन के दो विशेषज्ञ कर रहे हैं, जो बीते हफ्ते ही बीजिंग पहुंचे हैं। वैश्विक संगठन ने इस महीने भी ये हिंट दी थी कि वह केवल इस बात की जांच करेगा कि वायरस जानवरों से इंसान में कैसे आया, यानी हवा के माध्यम से, खाने से या फिर किसी अन्य तरीके से। वो ये जांच नहीं करेगा कि वायरस खुद कहां से आया।
इस मामले में न्यूजर्सी स्थित विश्वविद्यालय के मॉलिक्यूलर बायोलॉजिस्ट रिचर्ड एबरिट का कहना है कि उन्हें नहीं लग रहा है कि इस जांच से कोरोना वायरस के चीनी स्त्रोत का कुछ पता चल पाएगा। उन्होंने इस लैब की जांच को जरूरी बताया है। ऑस्ट्रेलिया में वैक्सीन ट्रायल का काम कर रहे प्रोफेसर विकेलई पेट्रोवस्की ने भी ऐसी ही चिंता जाहिर की है।
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बता दें कोरोना वायरस बीते साल चीन के वुहान शहर से फैलना शुरू हुआ था। जिसके बाद ऐसा कहा गया कि ये वायरस चीन के सीफूड बाजार से फैलना शुरू हुआ है। हालांकि कुछ रिपोर्ट्स में ऐसा दावा भी किया गया कि इस वायरस को वुहान की ही एक लैब में बनाया गया था, जो इस सीफूड बाजार के पास ही स्थित है।
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