बेलारूस के ख़िलाफ़ एकजुट हुए यूरोप और अमेरिका, समर्थन में आया रूस
अमेरिका ने कहा है कि वो बेलारूस में अलेक्जेंडर लुकाशेंको शासन के अहम सदस्यों पर प्रतिबंध लगाने के लिए यूरोपीय यूनियन के साथ मिलकर काम कर रहा है.
अमेरिका ने शुक्रवार को बेलारूस पर प्रतिबंध लगाने की घोषणा की है.
अमेरिका ने यह घोषणा बेलारूस की ओर से एक यूरोपियन फ़्लाइट का रूट बदलने और एक विपक्षी एक्टिविस्ट और पत्रकार को प्लेन से गिरफ़्तार करने के बाद की है.
व्हाइट हाउस की प्रेस सचिव जेन साकी ने अपने बयान में बेलारूस के ख़िलाफ़ सख़्त क़दम उठाने की बात कही है. जेन साकी ने अपने बयान में कहा है कि 23 मई को आयरलैंड की एयरलाइंस रायनएयर की फ़्लाइट का रूट बदलना और पत्रकार एक्टिविस्ट रोमान प्रोतासेविच को गिरफ़्तार करना, अंतरराष्ट्रीय नियमों का खुला उल्लंघन है. अमेरिका ने हाल के हफ़्तों में बेलारूस के ख़िलाफ़ कई क़दम उठाए हैं.
अमेरिका ने कहा है कि वो बेलारूस में अलेक्जेंडर लुकाशेंको शासन के अहम सदस्यों पर प्रतिबंध लगाने के लिए यूरोपीय यूनियन के साथ मिलकर काम कर रहा है.
बेलारूस की नौ सरकारी कंपनियों के ख़िलाफ़ प्रतिबंध लगाया गया है, जो इसी साल दो जून से प्रभावी हो जाएगा. यह प्रतिबंध लोकतंत्र के समर्थन में विरोध-प्रदर्शन को दबाने के ख़िलाफ़ लगाया गया है.
जेन साकी ने कहा कि वित्त मंत्रालय कई और प्रतिबंधों को लेकर काम कर रहा है ताकि भ्रष्टाचार को समर्थन, मानवाधिकारों का उल्लंघन और लोकतंत्र पर हमला करने वालों के ख़िलफ़ पाबंदी लगाई जा सके.
- पुतिन क्या बेलारूस को रूस में मिलाने वाले हैं?
- रूस ने क्यों कहा- ये यूक्रेन के अंत की शुरुआत हो सकती है
पश्चिम के देश बेलारूस की ओर से फ़्लाइट के रूट बदलने से काफ़ी नाराज़ हैं. इसके बाद से यूरोपीय संघ के देश बेलारूस के हवाई क्षेत्र का इस्तेमाल करने से बच रहे हैं.
इसके अलावा अमेरिका ने अपने नागरिकों को बेलारूस नहीं जाने के लिए चेतावनी जारी की है. साथ ही अमेरिकी उड़ानों को बेलारूस के हवाई क्षेत्र से गुज़रने की सूरत में काफ़ी सतर्क रहने के लिए कहा गया है.
व्हाइट हाउस ने इस बात की पुष्टि की है कि अमेरिका यूरोप के देशों के साथ बेलारूस सरकार के ख़िलाफ़ मिलकर काम कर रहा है.
जेन साकी ने बेलारूस के राष्ट्रपति अलेक्जेंडर लुकाशेंको से कहा है कि वे 23 मई के वाक़ये के लिए अंतरराष्ट्रीय जाँच की अनुमति दें. इसके साथ ही सभी राजनीति बंदियों को तत्काल रिहा करने और विपक्षी नेताओं से बात कर स्वतंत्र और निष्पक्ष राष्ट्रपति चुनाव कराने की मांग की है.
रूस और बेलारूस के मज़बूत रिश्ते
रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन और अलेक्जेंडर लुकाशेंको के बीच बहुत अच्छे संबंध हैं. अलेक्जेंडर लुकाशेंको हर मुश्किल वक़्त में पुतिन से ही मदद मांगते हैं.
शुक्रवार को पुतिन और अलेक्जेंडर लुकाशेंको की मुलाक़ात हुई है. यूरोप के एक प्लेन का रूट बदलने के बाद मुश्किल में घिरे अलेक्जेंडर लुकाशेंको और पुतिन की यह पहली मुलाक़ात है. दोनों नेताओं की मुलाक़ात सोची में रूसी ब्लैक सी के एक रिजॉर्ट में हुई है.
पुतिन ने लुकाशेंको का गर्मजोशी से स्वागत किया है. पुतिन ने लुकाशेंको की इस बात से सहमति जताई है कि प्लेन को लेकर पश्चिम देशों का ग़ुस्सा भावनाओं का उफ़ान है. पुतिन ने कहा कि उन्हें लुकाशेंको को देखकर बहुत ख़ुशी हुई है.
हालांकि पत्रकारों के सामने पुतिन ने शब्दों का ध्यानपूर्वक चयन किया. पुतिन ने कहा कि जब 2013 में बोलीविया के राष्ट्रपति ईवो मोरालेस का प्लेन रुका था तो पश्चिम के देशों ने हल्ला नहीं मचाया था. पुतिन ने कहा कि राष्ट्रपति को प्लेन से बाहर ले जाया गया था लेकिन तब सब चुप थे.
मोरालेस का प्लेन मॉस्को से निकला था और उसका रूट बदल दिया गया था. फ़रार अमेरिकी व्हिसलब्लोवर एडवर्ड स्नोडेन के कारण वियना में उन्हें घंटों रोका गया था.
लुकाशेंको ने कहा कि पश्चिम के देश बेलारूस में अशांति चाहते हैं. लुकाशेंको ने कहा, "पिछले साल अगस्त में जो उपद्रव हुआ था, उसी तरह फिर से कराने की कोशिश की जा रही है."
पिछले साल अगस्त में विवादित राष्ट्रपति चुनाव को लेकर भारी संख्या में लोग सड़कों पर उतर आए थे. लुकाशेंको ने कहा, "यह स्पष्ट है कि पश्चिम के देश बेलारूस में फिर से अशांति चाहते हैं."
लुकाशेंको अपने साथ एक ब्रीफ़केस लेकर रूस लेकर आए थे. उन्होंने कहा कि वे राष्ट्रपति पुतिन को रायनएयर वाक़ये से जुड़े कुछ दस्तावेज़ दिखाना चाहते हैं. बेलारूस के राष्ट्रपति ने ये भी कहा कि हालिया संकट में समर्थन देने के लिए वे पुतिन के शुक्रगुज़ार हैं.
पुतिन और लुकाशेंको के बीच पाँच घंटों तक बातचीत हुई लेकिन इसके नतीजों के बारे में कोई घोषणा नहीं की गई. दोनों नेताओं ने गहरे होते द्विपक्षीय संबंधों की प्रशंसा की.
पुतिन ने कहा, "हम यूनियन स्टेट का निर्माण कर रहे हैं. हम भरोसे के साथ इस दिशा में बढ़ रहे हैं. हमारे नागरिकों को इसके नतीजे भी मिलने लगे हैं."
- ये भी पढ़ें- बेलारूस में प्रदर्शन क्यों हो रहे हैं?
- ये भी पढ़ें- बेलारूस: सड़क पर उतरे हज़ारों लोग, पुतिन को कहीं महंगी न पड़े मदद
रूस और बेलारूस ने एक यूनियन स्टेट का निर्माण किया है. इसमें दोनों देशों की अर्थव्यवस्था और सैनिकों को जोड़ा गया है लेकिन पुतिन एकीकरण में लगे हुए हैं. अतीत के कुछ सालों में लुकाशेंको का संबंध रूस से ठीक नहीं रहा था. वे रूस के साथ एकीकरण के सिद्धांत को ख़ारिज करते रहे थे.
लेकिन प्लेन वाले वाक़ये के बाद से लुकाशेंको के पास बहुत कम विकल्प बचे हैं. पुतिन और लुकाशेंको के बीच पिछले साल अगस्त से नियमित मुलाक़ातें हुई हैं. लुकाशेंको पिछले तीन दशक बेलारूस के राष्ट्रपति हैं. पिछले साल हुए विवादित राष्ट्रपति चुनाव को लेकर भारी संख्या में लोग सड़कों पर उतर गए थे. यह विरोध-प्रदर्शन महीनों चला था. लुकाशेंको के ख़िलाफ़ यह ऐतिहासिक विरोध प्रदर्शन था.
बताया जाता है रि 66 साल के लुकाशेंको ने विरोध में उठ रही आवाज़ों को बड़ी क्रूरता से कुचल दिया था. इसे लेकर पश्चिमी देशों से बढ़ते विरोध के बीच उनकी क़रीबी पुतिन से बढ़ती गई. बेलारूस में प्रदर्शन के दौरान कई लोगों की मौत हुई थी. हज़ारों को गिरफ़्तार किया गया था. साथ ही जेल में सैकड़ों लोगों को प्रताड़ित भी किया गया था.
रविवार को फ्लाइट के रूट बदलने को लेकर ईयू के नेताओं और बेलारूस में नाटकीय टकराव शुरू हुआ. ईयू के नेताओं का कहना है कि फ्लाइट से 26 साल के विपक्षी एक्टिविस्ट और पत्रकार रोमान प्रोतासेविच को गिरफ़्तार करना विमान हाइजैक करने की तरह है.
इस वाकये के बाद रूस और ईयू के बीच भी कई उड़ानें रद्द की गई हैं. रूस ने बेलारूस के हवाई क्षेत्र को छोड़ने वाली उड़ानों की बात को ख़ारिज कर दिया है. रूस इसे तकनीकी वजह बता रहा है लेकिन रूस ने बेलारूस के हवाई क्षेत्र को छोड़ने को लेकर चिंता जताई थी.
माना जा रहा है कि रूस ने कहा है कि राजनीतिक कारणों से टकराव यात्रियों के लिए ख़तरनाक साबित होगा. वहीं बेलारूस की सरकार का दावा है कि रायनएयर उड़ान को लेकर धमाके की ख़ुफ़िया सूचना थी, इसलिए विमान को रोका गया था.
प्रोतासेविच ने पिछले साल लुकाशेंको के ख़िलाफ़ विरोध-प्रदर्शन के आयोजन में मदद की थी. उन्हें उनकी 23 साल की रूसी गर्लफ़्रेंड सोफ़िया सपेगा के साथ मिंस्क में फ्लाइट से गिरफ़्तार किया गया. बेलारूस के विपक्षी नेताओं ने यूरोप और अमेरिका से लुकाशेंको सरकार पर और कड़े प्रतिबंध लगाने की मांग की है.
(बीबीसी हिन्दी के एंड्रॉएड ऐप के लिए आप यहां क्लिक कर सकते हैं. आप हमें फ़ेसबुक, ट्विटर, इंस्टाग्राम और यूट्यूबपर फ़ॉलो भी कर सकते हैं.)