World Brain Tumour Day 2020: जानिए कितना खतरनाक होता है ब्रेन ट्यूमर, क्या हैं इसके लक्षण और उपाय
नई दिल्ली। आज विश्व ब्रेन ट्यूमर डे है। ब्रेन ट्यूमर एक जटिल बीमारी है और इसी को लेकर जागरूक करने के लिए हर साल 8 जूल को वर्ल्ड ब्रेन ट्यूमर डे मनाया जाता है। इतना ही नहीं इसके मनाने के पीछे की वजह यह भी है कि जो इससे पीडि़त हैं उन्हें इससे लड़ने का हौसला दिया जा सके। यह एक सामान्य कैंसर जैसा नहीं होता, ऐसे में इसके लक्षण, इससे बचाव की जानकारी आम लोगों तक पहुंचना बेहद जरूरी है। आपको बता दें ब्रेन ट्यूमर मस्तिष्क में होने वाली कोशिकाओं का जमाव है। जब ये कोशिकाएं अनियंत्रित रूप से बढ़ने लगती है, जमने लगती है तो यह ट्यूमर जानलेवा भी हो सकता है।
ब्रेन ट्यूमर के लक्षण की बात करें तो -सिर में अलग-अलग हिस्से में पैटर्न दर्द होना, शरीर में संतुलन बनाए रखने में परेशानी, हाथ-पैर या शरीर में सूनापन, शरीर में गंभीर दर्द, गंभीर सिरदर्द, हाथ-पैर की गति धीमी होना, असमान्य रूप से उल्टी होना या जी मिचलाना, बोलने और सुनने में परेशानी होना, दौरे पड़ना, जैसी समस्याएं ब्रेन ट्यूमर का लक्षण हो सकते हैं। इसके इलाज की बात करें तो जितना हो सके मरीज को शांत और पॉजिटिव रखने की कोशिश करें।
ब्रेन ट्यूमर के इलाज के लिए डॉक्टर व्यक्ति का क्रेनियल नर्व टेस्ट करने के लिए मस्तिष्क का एमआरआई, एंजियोग्राफी, सिर का एक्सरे और बायोप्सी टेस्ट कराने को कह सकते हैं। ब्रेन ट्यूमर का इलाज इसके आकार और प्रकार पर निर्भर करता है। इसके लिए सामान्य तौर पर डॉक्टर सर्जरी का इस्तेमाल करते हैं। अगर ट्यूमर का आकार बड़ा है तो डॉक्टर रेडियेशन या कीमोथेरिपी का इस्तेमाल भी कर सकते हैं।
ब्रेन ट्यूमर के दो प्रकार होते हैं
- कैंसरयुक्त ब्रेन ट्यूमर- इसे मलिग्नेंट ब्रेन ट्यूमर भी कहा जाता है। इसकी शुरुआत मस्तिष्क के अलावा ब्रेस्ट कैंसर या अन्य कैंसर से भी हो सकती है।
- गैर-कैंसर ब्रेन ट्यूमर- इसे बिनाइन ब्रेन ट्यूमर भी कहा जाता है। इसकी शुरुआत बहुत धीरे होती है और फिर से होने की संभावना भी कम रहती है, इसलिए इसे निम्न स्तरीय कैंसर के रूप में देखा जाता है।
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