इस लड़की के प्राइवेट पार्ट का 2 तिहाई हिस्सा जन्म से है गायब, सुनाई आपबीती
नई दिल्ली। कनाडा की रहने वाली महिला, ब्रायना फ्लेचर को जब बड़े होने काफी दिनों तक पीरियड्स नहीं आए तो वो उसे दिखाने के लिए डॉक्टर के पास गईं। डॉक्टर को ब्रायना की बीमारी को समझने में काफी वक्त लगा। कई अल्ट्रासाउंड रिपोर्ट कराने के बाद डॉक्टर ने ब्रायना को बताया कि वो MRKH सिंड्रोम से प्रभावित है और उनकी वजाइना का 2 तिहाई जन्म से ही गायब है।
ब्रायना को गर्भाशय भी नहीं है
ब्रायना को डॉक्टर ने बताया कि MRKH सिंड्रोम हजारों महिलाओं में से किसी एक हो सकता है और ये एक जेनेटिक डिसऑर्डर है जिसे ठीक नहीं किया जा सकता। इस सिंड्रोम की वजह से शरीर के अंदर प्रजनन क्षमता विकसित नहीं हो पाती है। ब्रयाना के साथ भी ऐसा ही है। डॉक्टर ने ब्रयाना को बताया है कि उसके गर्भाशय नहीं हैं और वो कभी भी मां नहीं बन सकती। साथ ही उसे यौन संबंधों के दौरान भी कठिनाईयों का सामना करना पड़ेगा।
ब्रायना ने सुनाई आपबीती
23 साल की ब्रायना फ्लेचर ने पहली बार सामने आकर इस बीमारी और इससे जुड़े अनुभवों को साझा किया है। ब्रायना ने बताया कि उसके एक्स ब्वॉयफ्रेंड को जब इस बीमारी के बारे में पता चला तो उसने इस बीमारी को स्वीकार कर लिया लेकिन वो हमेशा मेरे को ताना मारता रहता था कि मैं पूरी महिला नहीं हूं। ब्रायना ने बताया कि उसे उसके ब्वॉयफ्रेंड द्वारा कहे गए ये शब्द काफी चुभते थे।
सेक्स लाइफ में किया दिक्कतों का सामना
ब्रायना ने बताया कि मुझे पता है कि मैं महिला हूं, भले ही मुझे पीरियड्स हो न हो। ब्रायना ने बताया कि MRKH सिंड्रोम से पीड़िट महिलाओं का गुप्तांग सामान्य बच्चों की तरह ही नार्मल होता है लेकिन बड़े होने पर जब पीरियड्स नहीं आते हैं तब इसकी स्थिति के बारे में पता चलता है। ब्रायना ने आगे बताया कि वजाइना का 2 तिहाई हिस्सा नहीं होने की वजह से उसे सेक्स लाइफ में भी काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। मां बनने के सवाल पर ब्रायना ने कहा कि उसके पास गर्भाशय के ट्रांसप्लांट कराने या सेरोगेसी मदर का विकल्प है। ब्रायना ने ये भी कहा कि, 'बच्चा पादी न करने का मतलब ये नहीं है कि आप किसी महिला से कम हैं।'