ISIS के खिलाफ मुहिम में फ्रांस भी ओबामा के साथ, राफाल जेट से बरसाए बम
बगदाद। कभी इराक में अमेरिका की अगुवाई में होने वाली सैन्य कार्रवाई का विरोध करने वाला फ्रांस अब उसके समर्थन में आ गया है।
आईएस के खिलाफ अमेरिका की ओर से शुरू हुए अभियान में शामिल होने वाला फ्रांस पहला देश बन गया है।
इस्लामिक स्टेट (आईएस) के खिलाफ अमेरिका के नेतृत्व में प्रयासों को उस समय बल मिला जब फ्रांस ने पहली बार इराक में आईएस के चरमपंथियों के खिलाफ हवाई हमला किया।
फ्रांस के राष्ट्रपति फ्रैंकोइस होलांद ने कहा, ‘आज सुबह 9:40 बजे हमारे राफेल विमानों ने आतंकवादी संगठन दायेस (आईएस) के साजो-सामान वाले एक गोदाम पर पहला हमला किया।' होलांद के ऑफिस की ओर से जारी
बयान में कहा गया है कि लड़ाकू विमानों ने उत्तरपूर्वी इराक में बमबारी की, हालांकि यह नहीं बताया गया कि विशेष तौर पर किस स्थान पर कार्रवाई की गई है।
बयान में कहा गया, ‘लक्ष्य को निशाना बनाया गया और वह पूरी तरह तबाह हो गया।'
फ्रांस और ब्रिटेन ने पहले ही इराक के हवाई क्षेत्र में निगरानी के मकसद से अपने विमान भेज दिए हैं, हालांकि आज का हमला चरमपंथियों के खिलाफ अभियान के तौर पर की गई पहली कार्रवाई थी।
इससे पहले बीते आठ अगस्त से अमेरिका ने 170 से अधिक हमले किए हैं। बराक ओबामा इस मामले को लेकर बड़ा अंतरराष्ट्रीय गठबंधन बनाने को लेकर उत्सुक रहे हैं।