तुर्की, ग्रीस और इटली में भीषण आग से हाहाकार, शहरों को करवाया जा रहा है खाली, देखिए महाविनाशक वीडियो
विशेषज्ञों का कहना है कि तुर्की में बढ़ते तापमान और तेज हवाओं की वजह से आग लगी है। रिपोर्ट्स के मुताबिक जलवायु परिवर्तन से इस तरह की आग लगने की आशंका काफी ज्यादा बढ़ जाती है।
अंकारा, अगस्त 02: तुर्की, ग्रीस और इटली में जंगलों में लगी भीषण आग ने हर तरफ तबाही मचा दी है। सबसे खतरनाक बात ये है कि आग काफी तेजी से बढ़ती जा रही है और एक के बाद एक जंगलों को अपनी चपेट में ले रही है। जिसके बाद तुर्की के गांवों और शहरों को खाली कराने का काम शुरू हो गया है वहीं, समुद्री तटों से भी लोगों को हटाया जा रहा है। की आग का प्रकोप जारी है, पूरे गांवों और समुद्र तटों को खाली कराया जा रहा है। तुर्की, ग्रीस और इटली के जंगलों में लगी आग की वजह से हजारों जंगली जानवरों के मारे जाने की आशंका है।
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भीषण आग से तबाही
दक्षिणी तुर्की में पर्यटक केंद्रों को पूरी तरह से खाली करा लिया गया है, वहीं दर्जनों गांवों और जंगल के आसपास के शहकरों को भी खाली करा लिया गया है। बताया जा रहा है कि जंगल में लगी आग काफी तेजी के साथ अब शहरों की तरफ बढ़ रही है। तुर्की में लगी आग ने अब ग्रीस और इटली को भी चपेट में ले लिया है। वहीं, स्पेन के कुछ हिस्सो में भी आग के पहुंचने की संभावना है। बताया जा रहा है कि अभी तक आग की चपेट में आने से 8 लोगों की मौत हुई है, लेकिन सबसे ज्यादा नुकसान जंगली जानवरों को हो रहा है। बताया जा रहा है कि जंगल में लगी विध्वंसक आग की वजह से हजारों जंगली जानवरों की मौत हो चुकी है। वहीं, तुर्की के एक बड़े हिस्से में आसमान में धुएं के बादल छा गये हैं। आपको बता दें कि आज तुर्की में लगी आग के 6 दिन हो चुके हैं, लेकिन आग पर काबू नहीं पाया जा सका है।
विनाशक आग की वजह
विशेषज्ञों का कहना है कि तुर्की में बढ़ते तापमान और तेज हवाओं की वजह से आग लगी है। रिपोर्ट्स के मुताबिक जलवायु परिवर्तन से इस तरह की आग लगने की आशंका काफी ज्यादा बढ़ जाती है। यूरोपीय संघ की रिपोर्ट के मुताबिक इस साल दुनियाभर के अलग अलग हिस्सों में जितनी आग लगी है, वो पिछले सालों के औसत के मुकाबले काफी ज्यादा है। तुर्की के कुछ भूमध्यसागरीय रिसॉर्ट शहरों में भीषण आग से तटीय क्षेत्र सबसे बुरी तरह प्रभावित हैं। वहीं, हजारों सैलानियों को अलग अलग हिस्सों में रेस्क्यू किया गया है। वहीं, समुद्री तटों के किनारे मौजूद पर्यटन स्थलों पर मौजूद पर्यटकों को नौसेना के जहाजों द्वारा रेस्क्यू किया जा रहा है।
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लाखों हेक्टेयर जंगल जला
तुर्की इस साल एक दशक में सबसे भीषण आग का सामना कर रहा है। रिपोर्ट के मुताबिक तुर्की में अब तक 95,000 हेक्टेयर यानि 2 लाख 35 हजार एकड़ पूरी तरह से जलकर खाक हो चुका है। सीएनएन तुर्क ब्रॉडकास्टर ने बताया कि मिलास जिले से तेज हवाओं की वजह से आग काफी तेजी से फैलती जा रही है। वहीं, मिलास जिले में मौजूद तमाम पर्यटन जिलों को खाली करवा लिया गया है। वहीं, करीब 540 रिसॉर्ट्स को भी खाली करवाया गया है। वहीं, एक और पर्यटकों को आकर्षित करने वाला शहर अंताल्या को भी पूरी तरह से खाली करवा लिया गया है। ऐसी आशंका है कि जिस तरह से आग बढ़ रही है, कुछ घंटों बाद इन शहरों में आग पहुंच सकती है।
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भीषण गर्मी की चपेट में तुर्की
आपको बता दें कि तुर्की भीषण गर्मी की चपेट में है और जुलाई महीने में तुर्की का औसत तापमान 49 डिग्री सेल्सियस रहा था और इस महीने पारा और ज्यादा बढ़ने की संभावना जताई गई है। तुर्की के रक्षा मंत्रालय ने नुकसान की सीमा दिखाते हुए सैटेलाइट तस्वीरों को जारी किया है, जिसमें जल चुके इलाके पूरी तरह से काले हो गये हैं और तस्वीरों में आग की विभीषिका दिखाई दे रही है। वहीं, सबसे बड़ा खुलासा ये हुआ है कि तुर्की के पास अग्निशमन विमान ही नहीं है, जहति उसके एक तिहाई जंगल में आग लगी हुई है और आग लगातार बढ़ती जा रही है। जिसकी वजह से राष्ट्रपति की काफी आलोचना की जा रही है। यूरोपीय संघ के आंकड़ों के अनुसार, तुर्की में अब तक 2021 में 133 जंगल आग की चपेट में आ चुके हैं, जबकि 2008 और 2020 के बीच के तुर्की में 43 जंगल जल गये थे।
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