आखिर क्यों शहबाज शरीफ का पाकिस्तान पीएम बनना भारत के लिए अच्छा है?
नई दिल्ली। पनामा पेपर मामले में दोषी पाए गए नवाज शरीफ को सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद पीएम की कुर्सी छोड़नी पड़ी है और अब पाक पीएम की कुर्सी पर उनकी जगह उनके भाई शहबाज शरीफ बैठेंगे। पाकिस्तान में हुए इतने बड़े फेर-बदेल पर दुनिया भर की निगाहें लगी हुई थीं, लेकिन शहबाज के प्रधानमंत्री बनने पर भारत ने राहत की सांस ली है।
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क्योंकि कश्मीर को लेकर इंडिया पूर्व की तरह अपना काम कर पाएगा क्योंकि अपने बड़े भाई की तरह शहबाज भी वतन के लिए अमन और चैन की ख्वाहिश रखते हैं।
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शरीफ और भारत
नवाज शरीफ पाकिस्तान के तीन बार प्रधानमंत्री रह चुके हैं, भले ही भारत के साथ पाकिस्तान के रिश्ते सामान्य नहीं थे, लेकिन नवाज शरीफ ने अपने शासनकाल में भारत के साथ अच्छे संबंध के लिए कई बार कोशिशें की हालांकि वह पूरी तरह से सफल नहीं हो पाए लेकिन फिर भी उनका प्रयास जारी था।
आतंकवाद से परेशान
यही नहीं उन्होंने विश्वपटल पर ये समझाने की कोशिश की वो भी आतंकवाद से परेशान हैं और चाहते हैं कि कश्मीर मुद्दे का हल निकलें, यही नहीं शरीफ जैसे कद्दावर शख्सियत का सत्ता में रहने से पाकिस्तानी आर्मी शासन पर हावी नहीं हो पाई थी और ये सारी खासियत उनके भाई शहबाज के भी अंदर भी है।
आतंकवाद को लेकर तनाव
भारत और पाकिस्तान के रिश्तों में बीते कुछ माह से आतंकवाद को लेकर तनाव चल रहा है। इस बीच नवाज शरीफ के कुर्सी छोडऩे की स्थिति में इसका भारत पर भी असर पडऩा तय था इसलिए भारत की निगाहें पाकिस्तान के नए पीएम पर लगी हुई थीं क्योंकि इसका सीधा असर भारत की सुरक्षा पर पड़ने वाला है। आतंकी लगातार पाकिस्तान की ओर से कश्मीर में घुसने का प्रयास कर रहे हैं। सत्ता परिवर्तन की स्थिति में आतंकी और ज्यादा सक्रिय हो सकते और सीमा पर घुसपैठ की वारदातों में बढ़ोत्तरी हो सकती है। ऐसे में भारत को कश्मीर की सुरक्षा भी बढ़ानी है और पाकिस्तान से निपटना भी है।
पाकिस्तान आर्मी को उग्र नहीं होने देंगे
लेकिन शहबाज शरीफ के पीएम बनने से उसे पाकिस्तान आर्मी के उग्र रवैये का सामना नहीं करना पड़ेगा, हालांकि भारत के पास पर्याप्त साधन है पाकिस्तान को मुंहतोड़ जवाब देने का लेकिन फिर भी शहबाज शरीफ के पीएम बनने पर ऐसी स्थिति आने की संभावना नहीं है। इसके आलावा शहबाज भी आईएसआई और जिहादी आतंकवाद को भी भली-भांती समझते हैं और ये मानते हैं कि ये उनके देश के लिए भी अच्छा नहीं है।
शाहिद खाकान अब्बासी
गौरतलब है कि पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ के भाई शहबाज शरीफ के संसद का सदस्य चुने जाने तक पीएमएल-एन के वरिष्ठ नेता और पूर्व पेट्रोलियम मंत्री शाहिद खाकान अब्बासी अंतरिम प्रधानमंत्री के रूप में सरकार चलाएंगे। शहबाज शरीफ अभी पंजाब के मुख्यमंत्री हैं। जियो टीवी ने खबर दी है कि पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज पीएमएल-एन ने अनौपचारिक बैठक में शहबाज को प्रधानमंत्री नियुक्त करने का फैसला किया। यह बैठक तीन घंटे तक चली।उसने कहा कि शहबाज के संसद का सदस्य चुने जाने तक देश चलाने के लिए पूर्व पेट्रोलियम मंत्री अब्बासी को अंतरिम प्रधानमंत्री नामित किया गया है।