दुश्मन को मारने के लिए अब दुश्मन से दोस्त बनने को तैयार हैं ओबामा-पुतिन
अंटालया। दो माह पहले न्यूयॉर्क में हुए यूनाइटेड नेशंस की 70वीं महासभा के दौरान रूस के राष्ट्रपति ब्लादीमिर पुतिन ने मीडिल ईस्ट के हालातों के लिए अमेरिक को जिम्मेदार ठहराया था। इसके बाद सितंबर के अंत से ही सीरिया में रूस की ओर से हवाई हमले जारी हैं।
इन हमलों की वजह से रूस और अमेरिका के बीच एक नया तनाव देखने को मिल रहा था। अमेरिका की ओर से लगातार रूस को सीरिया से चले जाने की धमकी और चेतावनी दी जा रही थी। अब शायद दोनों देशों ने आईएसआईएस जैसे 'राछस' को खत्म करने के लिए अपनी दुश्मनी को भुलाने की एक पहल की है।
रविवार को टर्की के अंटालया शहर में एक अलग ही नजारा देखने को मिला। यहां जी-20 समिट के दौरान अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा ने रूस के राष्ट्रपति पुतिन से खास मुलाकात की।
इस मुलाकात में राष्ट्रपति ओबामा ने रूस के राष्ट्रपति पुतिन से अपील की है कि उन्हें सीरिया में स्थित आतंकी संगठनों पर हमलों को और तेज करना चाहिए। ओबामा ने इसके साथ ही एक बार फिर से आईएसआईएस को खत्म करने का प्रण किया है।
व्हाइट हाउस की ओर से जारी आधिकारिक बयान के मुताबिक ओबामा और पुतिन की यह मुलाकात 35 मिनट तक चली। दोनों नेता इस बात पर राजी हुए हैं कि सीरिया में राजनीतिक बदलाव के बाद ही आईएसआईएस को कमजोर किया जा सकता है।
दोनों ने इस बात को भी माना कि पेरिस में हुए आतंकी हमलों के बाद अब आईएसआईएस को खत्म करना बहुत ही जरूरी हो गया है। टर्की में जी-20 समिट सीरिया से सिर्फ 500 किमी की दूरी पर हो रहा है। सीरिया में पिछले करीब साढ़े चार वर्षों से सिविल वॉर जारी है।
इस सिविल वॉर ने आईएसआईएस को एक नई ताकत दी और अब यह संगठन दुनिया के लिए एक बड़ी चुनौती में तब्दील हो गया है। ओबामा और पुतिन ने इस बात को माना है कि सीरिया में यूनाइटेड नेशंस की ओर से एक नई पहल की सख्त जरूरत है।