आखिर क्यों गए हैं पीएम मोदी इजरायल की यात्रा पर?
आखिर क्यों प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी गए हैं इजरायल के दौरे पर, क्या है पीएम मोदी के इस दौरे के अहम उद्देश्य
नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इजरायल की की यात्रा पर हैं, वह पहले भारतीय प्रधानमंत्री हैं जो इजराइल के दौरे पर गए हैं। भारत और इजरायल के बीच के संबंध सिर्फ रक्षा मसौदों तक सीमित नहीं है, कई क्षेत्र में भारत और इजरायल एक दूसरे से बेहतर सामरिक संबंध रखते हैं, जिसमें कृषि, तकनीक, मैरीटाइम डिफेंस, सहित कई अन्य क्षेत्र शामिल हैं। ऐसे में पीएम मोदी का इजरायल का दौरा कई लिहाज से काफी अहम है।
पीएम क्यों रहें हैं तमाम यात्राएं
प्रधानमंत्री मोदी जिस तरह से सरकार में आने के बाद लगातार तमाम देशों के साथ अपने संबंध बेहतर करने की कोशिश कर रहे हैं और कई देशों की यात्राएं कर रहे हैं, उसके पीछे भारत में निवेश के साथ ही युनाईटेड नेशंस सेक्युरिटी काउंसिल में भारत की सदस्यता पीएम मोदी की दूरगामी रणनीति है। लिहाजा जिस तरह से लगातार पीएम मोदी हर देश के साथ अलग निरपेक्ष संबंध बनाने में जुटे हैं वह भारत के हित में सकारात्मक साबित हो सकती है।
कई प्रोजेक्ट में इजराइल भारत का साथी
बहरहाल भारत की अगर इजरायल के साथ आपसी संबंधों की बात करें तो इजरायल भारत की कई क्षेत्रों में मदद करता है और दोनों देश एक दूसरे के साथ कई क्षेत्रों में व्यापारिक संबंध रखते हैं। देश में पानी की समस्या, स्टार्ट अप इंडिया, विज्ञान एवं तकनीक, खेती, समुद्री रक्षा , मेक इन इंडिया, क्लीन गंगा प्रोजेक्ट, स्मार्ट सिटी, डिजिटल इंडिया प्रोजेक्ट में इजरायल भारत का अहम सहयोगी है। इसमें सबसे अहम है स्मार्ट सिटी और क्लीन गंगा प्रोजेक्ट, हालांकि भारत ने इजरायल के साथ इन दोनों ही प्रोजेक्ट के लिए करार किया है लेकिन अभी तक जमीन पर कुछ खास देखने को नहीं मिला है, लिहाजा इसे आगे बढ़ाने के लिए पीएम मोदी का यह दौरा काफी अहम है।
कृषि क्षेत्र में भी काफी अहम सहयोगी
भारत में कृषि क्षेत्र को बेहतर करने के लिए इजरायल काफी अहम देश साबित हो सकता है, इजराइल की मदद से भारत ने 25 राज्यों में सेंटर ऑफ एक्सीलेंस स्थापित किए हैं, जहां क्रॉप और वाटर मैनेजमेंट होता है, इसके साथ ही भारत में खेती को बेहतर करने और किसानों की उत्पादन क्षमता को बढ़ाने में इजरायल भारत की मदद करेगा। इजरायल दुनियाभर में ड्रिप इरिगेशन के लिए जाना जाता है, लिहाजा भारत भी इजरायल की ड्रिप इरिगेशन तकनीक को अपनाने की ओर अपने कदम बढ़ाएगा और कम पानी की मदद से भी बेहतर तकनीक को इस्तेमाल करते हुए खेतों की सिंचाई के क्षेत्र में आगे बढ़ेगा।
व्यापार की दृष्टि से अहम
आबादी के लिहाज से इजरायल स्टार्ट अप के क्षेत्र में सबसे आगे हैं, ऐसे में भारत में स्टार्ट अप के लिए इजरायल अहम सहयोगी साबित हो सकता है। भारत और इजरायल के बीच कुल 4.2 मिलियन यूएस डॉलर का व्यापार होता है। इसके साथ ही भारत में 20 फीसदी फास्फेट इजरायल से आता है, जोकि कृषि क्षेत्र और उद्योग के लिए काफी अहम है। लिहाजा पीएम की इस यात्रा से इन तमाम क्षेत्रों में सकारात्मक बदलाव देखने को मिल सकता है।
रक्षा क्षेत्र में भारत के लिए अहम इजरायल
रक्षा क्षेत्र में इजरायल भारत के लिए काफी अहम सहयोगी है। स्टॉकहोम, इंटरनेशनल पीस रिसर्ज इंस्टीट्यूट की रिपोर्ट के अनुसार 2012 से 2016 के बीच भारत ने 68 फीसदी हथियार रूस, 14 फीसदी अमेरिका और 7.2 फीसदी इजरायल से खरीदा है। हालांकि भारत ने इजरायल के साथ सिर्फ 7.2 फीसदी हथियार की ही डील की है, लेकिन यहां एक बात काफी अहम है वह यह कि इजरायल छोटे हथियारों का ही निर्माण करता है, ऐसे में यह 7.2 फीसदी हथियारों की खरीद काफी अहम हो जाती है। इसके साथ ही इजरायल उन चुनिंदा देशों में से है जो भारत के साथ तकनीक को भी साझा करता है। हाल ही में भारत ने इजरायल के साथ 2 बिलियन यूएस डॉलर का रक्षा सौदा किया है, जिसके बाद इजरायल भारत को बराक 8 मिसाइल सिस्टम देगा।