किम के 'ख़ास आदमी' से क्यों मिले ट्रंप
न्यूक्लियर डिप्लोमैसी की तरफ़ इशारा करता है.
जनरल किम योंग छोल एक पूर्व ख़ुफ़िया अधिकारी हैं जिन्हें किम जोंग उन का दाहिना हाथ कहा जाता है.
अमरीका के साथ उत्तर कोरिया की हालिया बातचीत में जनरल किम मुख्य वार्ताकार के तौर पर सामने आए हैं.
हालांकि विवादों के साथ भी उनका नाता रहा है. साल 2010 में जब वो सैन्य ख़ुफिया प्रमुख थे, तब दक्षिण कोरिया के जंगी जहाज़ों पर हुए हमलों का मास्टरमाइंड जनरल किम को ही माना जाता है.
अमरीकी राष्ट्रपति डोनल्ड ट्रंप ने उत्तर कोरिया के नेता किम जोंग उन के एक 'ख़ास आदमी' से वॉशिंगटन में व्हाइट हाउस में मुलाकात की है.
ये मुलाकात ऐसे समय हुई है जब राष्ट्रपति ट्रंप और किम जोंग उन के बीच एक और संभावित बैठक की अटकलें लगाई जा रही हैं.
व्हाइट हाउस में ट्रंप से मिलने वाले किम जोंग उन के ख़ास आदमी का नाम किम योंग छोल है जो उत्तर कोरिया के एक शीर्ष वार्ताकार हैं.
ट्रंप और किम जोंग उन की ऐतिहासिक मुलाकात पिछले साल जून में सिंगापुर में हुई थी.
तब उत्तर कोरिया के परमाणु निरस्त्रीकरण पर बात हुई थी लेकिन तब से अब तक इस दिशा में बहुत मामूली प्रगति हुई है.
बीबीसी संवाददाता बार्बरा प्लेट अशर का कहना है कि किम योंग छोल का वॉशिंगटन आना एक अच्छा संकेत है जो न्यूक्लियर डिप्लोमैसी की तरफ़ इशारा करता है.
जनरल किम योंग छोल एक पूर्व ख़ुफ़िया अधिकारी हैं जिन्हें किम जोंग उन का दाहिना हाथ कहा जाता है.
अमरीका के साथ उत्तर कोरिया की हालिया बातचीत में जनरल किम मुख्य वार्ताकार के तौर पर सामने आए हैं.
हालांकि विवादों के साथ भी उनका नाता रहा है. साल 2010 में जब वो सैन्य ख़ुफिया प्रमुख थे, तब दक्षिण कोरिया के जंगी जहाज़ों पर हुए हमलों का मास्टरमाइंड जनरल किम को ही माना जाता है.
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