अपनी ही एफ़बीआई पर क्यों बिफ़रे अमरीकी राष्ट्रपति डोनल्ड ट्रंप?
आम चुनावों में रूसी हस्तक्षेप को लेकर अमरीकी राष्ट्रपति घिरे हुए हैं और इसे लेकर जांच चल रही है.
अमरीकी राष्ट्रपति डोनल्ड ट्रंप ने रविवार को एफ़बीआई की कड़ी निंदा की है.
उन्होंने इस बात से फिर इनकार किया है कि संघीय जांच एजेंसी के पूर्व निदेशक जेम्स कूमी से उन्होंने अपने शीर्ष सहयोगी माइकल फ्लिन की जांच रोकने के लिए कहा था.
एफ़बीआई को ट्विटर पर आड़े हाथों लेते हुए उन्होंने कहा कि एजेंसी की प्रतिष्ठा 'तार तार' हो चुकी है.
उनका बयान तब आया है जब स्पेशल काउंसल, रॉबर्ट मूलर अमरीकी आम चुनावों में कथित रूसी हस्तक्षेप को लेकर जांच कर रहे हैं.
रूसी सांठ गांठ से ट्रंप का इनकार
ट्रंप ने इससे इनकार किया है कि जीत के लिए उनकी चुनाव प्रचार टीम ने रूस के साथ कोई सांठ गांठ की थी.
असल में हाल ही में ऐसी ख़बरें आई थीं कि एफ़बीआई के पूर्व निदेशक मूलर ने गर्मियों में एक एफ़बीआई अफ़सर को जांच से इसलिए हटा दिया था क्योंकि उसने ट्रंप विरोधी लिखित संदेश भेजे थे.
मूलर के प्रवक्ता ने कहा कि जैसे ही इस संदेश का पता चला, उस अफ़सर को जांच टीम से हटा दिया गया था.
रूसी अधिकारी से मुलाक़ात पर बोले ट्रंप, 'फ्लिन ने जो किया, वो वैध है'
ट्रंप के पूर्व सहयोगी ने FBI से बोला था झूठ
https://twitter.com/realDonaldTrump/status/937301085156503552
https://twitter.com/realDonaldTrump/status/937305615218696193
फ्लिन बन गए गवाह
राष्ट्रपति के पूर्व रक्षा सलाहकार माइकल फ्लिन ने शुक्रवार को घोषणा की थी कि सज़ा कम कराने के लिए वो मूलर की जांच में सहयोग कर रहे हैं.
इस पूर्व जनरल ने स्वीकार किया था कि उन्होंने एफ़बीआई के सामने झूठ बोला था और उन्हें छह महीने की मामूली सज़ा का प्रस्ताव दिया गया था.
जानकारों का कहना है कि ये समझौता दिखाता है कि फ्लिन के पास ट्रंप प्रशासन के कुछ वरिष्ठ सदस्यों के बारे में ऐसी जानकारियां हैं जो उनकी मुसीबत बढ़ा सकती हैं.
रविवार को एक के बाद कई ट्वीट करते हुए ट्रंप ने अपनी पूर्व प्रतिद्वंद्वी हिलेरी क्लिंटन पर हमला बोला.
मीडिया पर भी ट्रंप के आरोप
चुनाव के दौरान विदेश विभाग के मामलों के लिए एक निजी इमेल सर्वर इस्तेमाल के आरोप में हिलेरी क्लिंटन की एफ़बीआई ने जांच की थी.
लेकिन क्लिंटन या उनकी टीम के ख़िलाफ़ कोई आरोप पत्र दाखिल नहीं किए गए.
एक दूसरे ट्वीट में राष्ट्रपति ने एबीसी न्यूज पर ग़लत और ग़ैर ईमानदार ख़बरें प्रकाशित करने का आरोप लगाया.
न्यूज़ चैनल के एक रिपोर्टर ने एक ख़बर में ग़लती जाने की बात मानी थी.
मुख्य रिपोर्टर ब्रायन रॉस ने रिपोर्ट किया था कि जब ट्रंप शीर्ष पद के उम्मीदवार थे, उन्होंने फ्लिन से मॉस्को को सम्पर्क करने को कहा था.