17 नवंबर को चीन में सामने आया था कोरोना वायरस का पहला मरीज, इन्फेक्शन देखकर डॉक्टर रह गए थे हैरान
बीजिंग। कोरोना वायरस कब और कैसे रुकेगा कोई नहीं जानता है। अब तक इस वायरस की वजह से दुनियाभर में 4000 से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है और लाखों लोग संक्रमित है। वहीं अब एक नई जानकारी सामने आ रही है और इसमें कहा जा रहा है कि 17 नवंबर को वायरस का पहला केस मिला था। यह जानकारी इसलिए भी अहम हो जाती है क्योंकि अभी तक माना जा रहा था कि दिसंबर 2019 से कोरोना वायरस ने अपने पैर पसारने शुरू किए थे। हांगकांग से निकलने वाले अखबार साउथ चाइना मॉर्निंग पोस्ट की एक रिपोर्ट में कुछ व्हिसलब्लोअर्स से बात की गई है।
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55 साल का पहला मरीज आया सामने
दिसंबर माह के अंत में डॉक्टर इस बात का पता लगा सके थे कि एक नई बीमारी चीन में दस्तक दे चुकी है। चीन के हुबेई प्रांत में कोविड-19 से इन्फेक्टेड पहला मरीज पाया गया था। सरकारी दस्तावेज में उस संक्रमित मरीज को लेकर जानकारी दी गई है। इस मरीज की उम्र 55 वर्ष बताई जा रही है। अखबार की मानें तो उस मरीज की जांच करने वाले डॉक्टर भी हैरान रह गए थे, क्योंकि उन्हें पता चल गया था कि ये नई तरह की बीमारी है। इसके बाद हर दिन पांच संक्रमित मरीज जो इसी वायरस का शिकार थे, सामने आते गए। 15 दिसंबर तक चीन में इसके संक्रमित मरीजों की संख्या 27 हो गई। 17 दिसंबर के बाद संक्रमण और तेजी से फैला और 20 दिसंबर तक इससे संक्रमित मरीजों की संख्या 60 हो गई।
266 मरीजों की पहचान
चीनी सरकार ने ऐसे 266 संदिग्ध कोरोना वायरस से संक्रमित मरीजों की पहचान की है, जिन्हें ये बीमारी पिछले साल लगी थी। चीन के डॉक्टर अब इस बात का पता लगा रहे हैं कि आखिर इतनी तेजी से ये बीमारी फैली कैसे? चीन के डॉक्टरों को पहली बार जनवरी 2020 में वुहान से इस बीमारी के फैलने के बारे में पता चला है। जनवरी के बाद से बीमारी काफी तेजी से फैली। इस बात का भी पता लगाया जा रहा है कि बिना जांच वाले और ऐसे संक्रमित मरीजों जिनके रिकॉर्ड दर्ज नहीं है, उनसे नोवल कोरोना वायरस कोविड-19 कितनी तेजी से फैला।
दिसंबर के आखिरी हफ्ते में एक्शन में प्रशासन
27 दिसंबर को हुबेई प्रांत के एक हॉस्पिटल के डॉक्टर झांग जिक्सियन ने पहली बार चीनी प्रशासन को बताया कि एक नए तरह के वायरस का संक्रमण फैला है। उस समय तक करीब 180 संक्रमित मरीज सामने आ चुके थे। हालांकि डॉक्टर को उन सभी मरीजों के बारे में नहीं पता था। 31 दिसंबर को चीन में कोविड-19 से संक्रमित मरीजों की संख्या 266 पहुंच गई और इस साल के पहले दिन 381 संक्रमित मरीजों की पहचान हुई। चीन ने कोरोना वायरस के संक्रमण को लेकर सरकारी दस्तावेज जनता को मुहैया नहीं करवाए हैं। हालांकि ये बताया गया है कि शुरुआत में इसका संक्रमण कैसे फैला और किस तेजी से इसका ट्रांसमिशन होता गया।
संक्रमण की वजहों की पड़ताल
वैज्ञानिक अब उस पहले मरीज की जांच पड़ताल करने में जुटे हैं, जो कोरोना वायरस के पहले संक्रमण का शिकार हुआ। इसके जरिए ये पता लगाने की कोशिश की जा रही है कि संक्रमण आखिर किस जानवर से इंसान के शरीर में आया। ऐसा कहा जा रहा है कि शायद चमगादड़ के जरिए इसका संक्रमण इंसानों में फैला। विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्लूएचओ) के मुताबिक नोवल कोरोना वायरस कोविड-19 का पहला कंफर्म संक्रमण का मामला आठ दिसंबर को चीन में रिकॉर्ड में आया है। एक और रिपोर्ट के मुताबिक कोरोना वायरस के पहले कुछ मरीजों का ईलाज करने वाले वुहान के एक डॉक्टर ने एक मेडिकल जर्नल में दावा किया है कि संक्रमण का पहला केस एक दिसंबर को मिला था।