चेतावनी: अब अगर नहीं संभलें तो 2050 तक होंगी 1 करोड़ मौतें!
नयी दिल्ली। भारत में लोग धड़ल्ले से एंटीबॉयोटिक दवाईयों का इस्तेमाल करते हैं। अगर ऐसा आप भी करते हैं तो जरा इस खबर को ध्यान से पढें। डब्ल्यूएचओ यानी विश्व स्वास्थ्य संगठन ने इसे लेकर चेतावनी जारी की है।
डब्लूएचओ ने ऐंटीबॉयोटिक दवाओं के अंधाधुंध इस्तेमाल को लेकर भारत समेत दक्षिण पूर्वी एशियाई के देशों को आगाह करते हुए कहा है कि अगर इसे के इस्तेमाल पर रोक नहीं लगाया गया तो 2050 तक 1 करोड़ से ज्यादा मौतें होगी। संगठन की दक्षिण एशियाई प्रमुख पूनम खेत्रपाल सिंह ने कहा कि ऐंटीबायोटिक दवाओं के अंधाधुंध इस्तेमाल से उनके खिलाफ प्रतिरोध माइक्रोबियल पैदा हो रहे हैं।
डब्लूएचओ के मुताबिक अगर सही वक्त पर उचित कदम नहीं उठाए गए तो 2050 तक दुनिया में एंटी माइक्रोबियल प्रतिरोध से मरने वालों की संख्या एक करोड़ तक पहुंच जाएगी। उन्होंने चेतावनी दी है कि मरने वालों में एक बड़ा हिस्सा भारत समेत दक्षिण पूर्व एशियाई देशों में होगा।
डबेलूएचओ ने कहा है कि हम इन ऐंटीबायोटिक दवाओं से भी हमेशा के लिए हाथ धो बैठेंगे जो कि आज हमारे पास उपचार का एक बेहतर जरिया हैं। उनके मुताबिक इनमें से कई ऐसी ऐंटीबायोटिक दवाएं हैं, जिनका अब तक कोई विकल्प नहीं है। ऐसे में जरुरत है इसका सोच-समझकर इस्तेमाल करने की।