WHO ने दी एक और चिंताजनक रिपोर्ट, अगले साल के मध्य तक नहीं आएगी कोरोना की वैक्सीन
नई दिल्ली: चीन के वुहान से शुरू हुआ कोरोना वायरस पूरी दुनिया में फैल चुका है। भारत में भी अब रोजाना 80 हजार से ज्यादा मामले सामने आने लगे हैं। जब तक कोरोना वायरस की वैक्सीन नहीं आ जाती तब तक हालात ऐसे ही रहेंगे। इस बीच विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने चिंताजनक खबर दी है। जिसके मुताबिक अभी कई महीनों तक दुनिया को कोरोना महामारी से परेशान होना पड़ेगा, क्योंकि वैक्सीन आने में वक्त लगेगा।
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क्या है WHO का बयान?
WHO प्रवक्ता मार्गरेट हैरिस ने शुक्रवार को कहा कि दुनिया में कई सारी कंपनियां कोरोना की वैक्सीन पर तेजी से काम कर रही हैं, लेकिन उसमें से कोई वैक्सीन जल्दी आने वाली नहीं है। ये वैक्सीन 2021 के मध्य तक आने की संभावना है। उन्होंने कहा कि जितनी भी वैक्सीन आज तक कोरोना के लिए बनी हैं, उसमें से कोई भी अभी तक 50 प्रतिशत के स्तर तक खरी नहीं उतरी है। उनके मुताबिक फेस-3 के ट्रायल को ज्यादा समय चाहिए, ताकी ये देखा जा सके कि वैक्सीन कितनी सुरक्षित है।
वैक्सीन काम करेगी या नहीं?
हैरिस के मुताबिक ट्रायल के सभी डेटा को साझा किया जाना चाहिए। इसके बाद इसकी तुलना की जानी चाहिए। बहुत से लोगों को वैक्सीन दी गई है, हम नहीं जानते हैं कि वो क्या काम करती है। अभी तक इस बात के स्पष्ट संकेत नहीं हैं कि कोरोना वायरस की जो वैक्सीन आएंगी वो कितनी सार्थक और सुरक्षित होगी। WHO के इस बयान से उन लोगों की चिंता बढ़ गई है, जो इस साल के अंत तक कोरोना वायरस की वैक्सीन के आने की उम्मीद कर रहे थे।
गरीब देशों पर देगा ध्यान
आपको बता दें कि WHO और GAVI एक वैश्विक वैक्सीन आवंटन योजना का नेतृत्व कर रहे हैं, जिसे COVAX के नाम से जाना जाता है। जिसका उद्देश्य उचित रूप से खरीदारी और वितरण करना है। COVAX ने 2021 के अंत तक 2 बिलियन खुराक खरीदने की योजना बनाई है, जिसको जरूरतमदों को दिया जाएगा। इसके अलावा WHO इस बात पर भी ध्यान दे रहा है कि गरीब देशों को भी सही समय से वैक्सीन मिल जाए, क्योंकि वहां स्वास्थ्य सुविधाएं पहले से खराब हैं। ऐसे में गरीब देशों के लोग बड़ी मुसीबत में फंस सकते हैं।
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