लेबनान की राजधानी बेरूत में रखे विस्फोटक आखिर किसका था, जिससे तबाह हुआ शहर
नई दिल्ली। 4 अगस्त की शाम करीब 6 बजे लेबनान की राजधानी बेरूत में भयानक धमाके हुए थे। जिसमें अब तक 135 लोगों की जान जा चुकी है और 5 हजार से ज्यादा लोग घायल हैं। वहीं संपत्तियों का नुकसान बड़े पैमाने पर हुआ है। यह धमाके बेरूत में 2 जगह हुए थे एक धमका पोर्ट पर हुआ था और दूसरा शहर के अंदर हुआ था। इसके बाद लगातार ये सवाल है कि आखिर कैसे इतना विस्फोटक वहां रखा था और किसका ये विस्फोटक था लेकिन इसका कोई जवाब नहीं मिल रहा है।
बेरूत के बंदरगाह पर एक गोदाम में लगभग 2 हजार 750 टन अमोनियम नाइट्रेट रखा था। जो लगभग 7 सालों से वहां ऐसी ही पड़ा हुआ था। इस गोदाम में रखे अमोनियम नाइट्रेट में आग लगने के कारण ही इतने बड़े धमाके हुए। दरअसल छह साल पहले बेरूत के तट पर एक जब्त किये गए जहाज से तकरीबन तीन हजार टन अमोनियम नाइट्रेट बरामद किया गया था। तभी से ये अमोनियम नाइट्रेट बंदरगाह के पास एक वेयरहाउस में रखा था। 4 अगस्त की शाम अमोनियम नाइट्रेट के इसी जखीरे में धमाका हुआ और देखते ही देखते पूरा शहर तबाह हो गया और करीब 3 लाख लोग बेघर हो गए। विस्फोट से 10 अरब डॉलर से लेकर 15 अरब डॉलर के नुकसान का अनुमान है।
बेरूत धमाके के बाद हुई जांच में ये भी कहा गया है कि कई साल से वह विस्फोटक केमिकल, अमोनियम नाइट्रेट पोर्ट पर पड़ा था। कई बार उसे वहां से हटाने की चेतावनी दी गई थी, लेकिन सरकारी महकमे में उसकी अनदेखी की गई। धमाके के सिलसिले में लगभग 20 लोगों को हिरासत में लिया गया है जिनमें लेबनान के सीमा-शुल्क विभाग का प्रमुख भी शामिल हैं। दो पूर्व कैबिनेट मंत्रियों समेत कई लोगों से पूछताछ की गई है। बता दें कि बेरूत धमाके के बाद लेबनान के प्रधानमंत्री हसन दिआब समेत उनकी पूरी कैबिनेट ने इस्तीफा दे दिया है। इन धमाकों के बाद लेबनान में लगातार लोग सड़कों पर हैं और प्रदर्शन कर रहे हैं।
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