Sneha Dubey Indian Diplomat : कौन है भारत की वो अफसर बिटिया, जिसने UN में उड़ा दी इमरान खान की धज्जियां
स्नेहा दुबे का इंटरनेशनल अफेयर्स में काफी रूचि थी, इसीलिए उन्होंने भारतीय विदेश सेवा को चुना।
न्यूयॉर्क, सितंबर 25: संयुक्त राष्ट्र महासभा में शुक्रवार को भारत और पाकिस्तान के बीच शब्दों के युद्ध में भीषण झड़पें हुईं, लेकिन, भारत के एक 'सिपाही' ने पाकिस्तान के वजीर को मात दे दी। पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने संयुक्त राष्ट्र महासभा की बैठक के दौरान भारत पर अनर्गल आरोप लगाए, तो संयुक्त राष्ट्र में मौजूद भारत की इस अफसर बिटिया से रहा नहीं गया और भारत की इस बेटी ने पाकिस्तान की वजीर-ए-आजम को ऐसा सबक सिखाया है, जिसे वो जिंदगी भर याद रखेंगे। आज पूरी दुनिया में भारत की इस बिटिया की तारीफ हो रही है।
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अफसर बिटिया...स्नेहा दुबे
हर बार की तरफ पाकिस्तान ने इस बार भी संयुक्त राष्ट्र में वही पुराना कश्मीर का राग अलापा। पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान द्वारा वैश्विक मंच पर एक बार फिर कश्मीर मुद्दे को उठाने के बाद भारत की अफसर बिटिया स्नेहा दूबे ने उन्हें कड़ी फटकार लगाई। स्नेहा दुबे संयुक्त राष्ट्र महासभा में भारत की प्रथम सचिव हैं और उन्होंने आतंकवाद से लेकर पाकिस्तान के हर प्रोपेगेंडा का कड़े शब्दों में जवाब दिया है।
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राइट टू रिप्लाई का इस्तेमाल
संयुक्त राष्ट्र में भारत की प्रथम सचिव स्नेहा दुबे ने राइट टू रिप्लाई अधिकार का इस्तेमाल करते हुए इमरान खान के द्वारा लगाए गये तमाम आरोपों का कड़े शब्दों में जवाब दिया। उन्होंने कहा कि, पाकिस्तान, जहां आतंकवादी एक स्वतंत्र शासन का आनंद लेते हैं, अपने अगर के पिछले हिस्से में पाकिस्तान आतंकियों को शरण देता है और पाकिस्तान प्रायोजित आतंकवाद पूरी दुनिया की सुरक्षा व्यवस्था के लिए बहुत बड़ा खतरा है। स्नेहा दुबे ने कहा कि, पाकिस्तान एक ऐसा देश है, जो पूरी दुनिया में 'आग लगाने' के लिए कुख्यात है और खुद को 'आग बुझाने' वाले के तौर पर प्रस्तुत करता है।
'यूएन प्लेटफॉर्म का गलत इस्तेमाल'
स्नेहा दूबे के कड़े शब्द सुनकर संयुक्त राष्ट्र महासभा का माहौल बिल्कुल शांत था और हर देश के राजनयिक उनकी बातों को सुन रहे थे। स्नेहा दुबे ने कहा कि 'यह पहला मौका नहीं है, जब पाकिस्तान के नेता ने संयुक्त राष्ट्र के प्लेटफॉर्म का इस्तेमाल मेरे देश के खिलाफ झूठे और दुर्भावनापूर्ण प्रचार करने के लिए किया है। पाकिस्तान के नेता अपने देश की खराब स्थिति से दुनिया का ध्यान भटकाने की कोशिश करते रहते हैं, जहां आतंकवादियों को पूरी स्वतंत्रता दी जाती है, जबकि पाकिस्तान का आम नागरिक, खासकर अल्पसंख्यक समुदाय के लोगों के साथ भारी अत्याचार किया जाता है।'
कौन हैं स्नेहा दुबे?
यूनाइटेड नेशंस में पाकिस्तान और पाकिस्तानी प्रधानमंत्री इमरान खान पर शेरनी की तरह दहाड़ने वाली स्नेहा दुबे ने पहले ही प्रयास में यूपीएससी की परीक्षा पास की थी और वो साल 2012 बैच की अधिकारी हैं। उन्हें भारतीय विदेश सेवा में काम करने का मौका मिला और उनकी नियुक्ति भारतीय विदेश मंत्रालय में हुई। साल 2014 में उन्हें मैड्रिड में भारतीय दूतावास में भेजा गया और इस वक्त वो संयुक्त राष्ट्र महासभा में भारत की प्रथम सचिव के पद पर तैनात हैं।
विदेश सेवा में शामिल होने का फैसला
रिपोर्ट के मुताबिक, स्नेहा दुबे का रूझान शुरू से ही अंतर्राष्ट्रीय मामलों में था और इसीलिए उन्होंने भारतीय विदेश सेवा में काम करने का फैसला लिया। उन्होंने जवाहर लाल यूनिवर्सिटी से पढ़ाई की है, जहां उन्होंने एमए और एमफिल की डिग्री हासिल की। उनकी शुरूआती शिक्षा गोवा में हुई और फिर उन्होंने पुणे के फर्ग्युसन कॉलेज से स्नातक किया। एक बार स्नेहा दुबे ने कहा था कि उनके परिवार का कोई भी सदस्य भारतीय सिविल सेवा में नहीं है और उनके पिता एक मल्टीनेशनल कंपनी में काम करते हैं, जबकि स्नेहा की मां टीचर और भाई बिजनेस चलाते हैं।
अंतर्राष्ट्रीय मंच पर भारत की प्रतिनिधि
एक साधारण भारतीय परिवार से ताल्लुक रखने वाली स्नेहा दुबे आज अंतर्राष्ट्रीय मंच पर भारत का प्रतिनिधित्व कर रही हैं और जिस अंदाज में उन्होंने पाकिस्तान को अंतर्राष्ट्रीय मंच पर धोया है, पाकिस्तान के लिए उसे भुला पाना मुमकिन नहीं होगा। इसके साथ ही स्नेहा दुबे की आक्रामकता ने तय कर दिया है कि आने वाले वक्त में भारत की विदेश नीति किस तरह की होने वाली है और भारत किसी भी मंच पर दुश्मन देशों को किस अंदाज में जवाब देने वाला है।
आतंकियों का पनाहगार पाकिस्तान
स्नेहा ने पाकिस्तान को फटकार लगाते हुए कहा कि कई देश इस बात को जानते हैं कि पाकिस्तान आतंकियों को पनाह देता है और उन्हें सक्रियता के साथ समर्थन देता है। पाकिस्तान का ये खुला इतिहास रहा है। पाकिस्तान की नीति आतंकियों को संरक्षण देने की रही है और पाकिस्तान एक ऐसा देश है, जहां ओसामा बिन लादेन को शहीद माना जाता है। पाकिस्तान के नेता ओसामा बिन लादेन को एक आतंकी नहीं, बल्कि एक शहीद मानते हैं और पूरी दुनिया जानती है कि ओसामा बिन लादेन को पाकिस्तान में ठिकाना दिया गया था।
कश्मीर है भारत का अभिन्न अंग
यूनाइटेड नेशंस के मंच पर भारत की अफसर बिटिया ने गरजते हुए कहा कि कश्मीर भारत का अभिन्न अंग था, है और रहेगा। उन्होंने पाकिस्तान को विश्व के मंच पर चेतावनी देते हुए कहा कि पाकिस्तान फौरन कश्मीर के उस हिस्से को खाली करे, जिसपर उसने अवैध तरीके से कब्जा कर रखा है। स्नेहा दुबे ने कहा कि हम पाकिस्तान से मांग करते हैं कि वो फौरन भारत के उस जमीन को खाली करे, जिसपर उसने अवैध तरीके से कब्जा कर रखा है।
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