अमेरिका: जानिए कौन हैं जो बाइडेन की जूनियर कमला देवी हैरिस, ओबामा भी हैं इनसे प्रभावित
वॉशिंगटन। डेमोक्रेटिक पार्टी के राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार जो बाइडेन ने भारतीय मूल की सीनेटर कमला हैरिस को उप-राष्ट्रपति पद के लिए नामित किया है। मंगलवार को बाइडेन ने हैरिस के नाम का ऐलान करके एक नया इतिहास रचा। हैरिस पहली अश्वेत महिला हैं जो डेमोक्रेटिक पार्टी के टिकट पर उप-राष्ट्रपति पद के लिए रेस में होंगी। वह फिलहाल कैलिफोर्निया से सीनेटर हैं। दिलचस्प बात है कि हैरिस के पिता का नाम भी डोनाल्ड ही है।
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मां चेन्नई की तो पिता जमैका के
55 वर्ष की कमला की मां चेन्नई से हैं और उनके पिता जमैका के रहने वाले हैं। कमला दो बार कैलिफोर्निया की अटॉर्नी जनरल रह चुकी हैं। वह एशिया की पहली व्यक्ति हैं जिन्हें अमेरिका की एक बड़ी पार्टी से राष्ट्रपति चुनावों में टिकट दिया गया है। उनकी मां का नाम श्यामला गोपालन हैरिस था और वह कैंसर रिसर्चर थीं। साल 2009 में उनका निधन हो गया था। वहीं जमैका के रहने वाले उनके पिता डोनाल्ड हैरिस फिलहाल स्टैनफोर्ड यूनिवर्सिटी में पढ़ाते हैं। हैरिस की एक और बहन हैं माया हैरिस और जब दोनों बहुत छोटे थे तभी उनके माता-पिता अलग हो गए थे। कमला के नाना पीवी गोपालन भारत के स्वतंत्रता आंदोलन में सक्रिय थे। वह बाद में एक सिविल सर्वेंट बनें और उन्होंने भ्रष्टाचार के खिलाफ आवाज उठाई।
मां ने देवी लक्ष्मी के नाम पर रखा बेटी का नाम
कमला का पूरा नाम कमला देवी हैरिस है। उनकी मां श्यामला ने कमला और उनकी बहन का नाम संस्कृत भाषा पर रखा ताकि दोनों हमेशा अपनी विरासत से जुड़ी रहें और उन्हें अपनी पहचान का सही मोल पता रहे। उनका मां ने एक इंटरव्यू में कहा था, 'एक संस्कृति जहां देवी की पूजा होती है हमेशा एक मजबूत महिला का निर्माण करती है।' उनकी मां ने माता लक्ष्मी से प्रेरणा लेते हुए कमला का नाम रखा। मां हमेशा अप्रवासन और समान अधिकारों की वकालत करती थीं और इसका असर श्यामला की बेटी कमला पर बहुत गहरा हुआ। कमला हमेशा अप्रवासन केहक में आवाज उठातीं रहीं। साल 2016 में जब डोनाल्ड ट्रंप को पहली बार राष्ट्रपति चुनावों में जीत हासिल हुई तो कमला ने खुल कर उनकी अप्रवासन नीतियों की आलोचना की।
मां ने अमेरिका में शुरू किया था आंदोलन
कमला जब छोटी थीं तो अक्सर मां के साथ भारत आती थीं। उनकी मां श्यामला ने दिल्ली यूनिवर्सिटी से पढ़ाई की थी। मां को अरेंज मैरिज के कैलिफोर्निया से पढ़ाई पूरी करके भारत लौटना था लेकिन वह अमेरिका में सिविल राइट्स मूवमेंट की आवाज बन गईं। इसी दौरान उनकी मुलाकात जमैका के डोनाल्ड हैरिस से हुई जो बार्कले यूनिवर्सिटी से इकोनॉमिक्स की पढ़ाई करने आए थे। दोनों ने शादी कर ली और फिर कमला अमेरिका में ही रहीं। उनकी मां एक पुराने ख्यालों वाले ब्राह्मण परिवार से आती थीं। इसलिए आज भी मां ने जिस तरह से शादी का फैसला किया उसे लोग साहसिक फैसला करार देते हैं। हैरिस ओकलैंड में पली-बढ़ी हैं अैर उन्होंने हॉवर्ड यूनिवर्सिटी से अंडर-ग्रेजुएट की डिग्री ली है। इसके बाद कैलिफोर्निया यूनिवर्सिटी से उन्होंने लॉ में ग्रेजुएशन किया।
कुकिंग और वर्कआउट की आदी हैं कमला
कमला ने साल 2003 में एक इंटरव्यू में कहा था, 'मेरा पालन-पोषण पूरी तरह से भारतीय संस्कृति के बीच हुआ है।' वह अलमेडा काउंटी डिस्ट्रिक्ट अटॉर्नी ऑफिस में भी अपनी सेवाएं दे चुकी हैं। साल 2003 में सैन फ्रांसिस्को में उन्हें डिस्ट्रिक्ट अटॉर्नी नियुक्त किया गया था। कैलिफोर्निया की अटॉर्नी जनरल के तौर पर उनका प्रभावशाली ट्रैक रिकार्ड रहा है। पूर्व राष्ट्रपति बराक ओबामा भी कमला से खासे प्रभावित हैं। कमला का बचपन भारत, इंग्लैंड, कैरिबियन देशों और अफ्रीका में घूमते हुए बीता है। कमला हमेशा से ही लॉयर बनना चाहती थीं। साल 2014 में उन्होंने अटॉर्नी डॉउग एमहॉफ के साथ शादी की। उन्हें कुकिंग और वर्क आउट का शौक है।