हेलसिंकी के बाद अब वॉशिंगटन में अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप और रूस के राष्ट्रपति पुतिन की मुलाकात, व्हाइट हाउस ने भेजा इनवाइट
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने अपने रूसी समकक्ष व्लादिमिर पुतिन को इस वर्ष के अंत में अमेरिका आने का इनवाइट भेजा है। व्हाइट हाउस की प्रेस सेक्रेटरी सारा सैंडर्स की ओर से शुक्रवार को इस बात का ऐलान किया गया।
वॉशिंगटन। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने अपने रूसी समकक्ष व्लादिमिर पुतिन को इस वर्ष के अंत में अमेरिका आने का इनवाइट भेजा है। व्हाइट हाउस की प्रेस सेक्रेटरी सारा सैंडर्स की ओर से शुक्रवार को इस बात का ऐलान किया गया। उन्होंने बताया कि ट्रंप ने नेशनल सिक्योरिटी एडवाइजर (एनएसए) जॉन बोल्टन से कहा है कि पुतिन को वार्ता के लिए वॉशिंगटन आने के लिए आमंत्रित करें और इसके लिए बातचीत जारी है। ट्रंप इस बात पर रजामंद हैं कि वह दो सिक्योरिटी काउंसिल स्टाफ्स के बीच कार्य स्तर पर बातचीत को जारी रखेंगे।
ट्रंप ने एनएसए को दिए आदेश
व्हाइट हाउस की ओर से यह ऐलान ऐसे समय में आया है जब पहले ही फिनलैंड के हेलसिंक में ट्रंप और पुतिन की मुलाकात पर आलोचनाओं का दौर जारी है। हेलसिंक में पुतिन से मुलाकात करने के बाद ट्रंप ने 46 मिनट की प्रेस कांफ्रेंस को संबोधित किया था। इस प्रेस कांफ्रेंस में ट्रंप ने इस बात का ऐलान कर दिया कि वह उन दावों पर यकीन नहीं करते हैं कि जिसमें एजेंसियों ने कहा है कि रूस ने अमेरिकी चुनावों में गड़बड़ी की कोशिशें की थीं। ट्रंप के मुताबिक वह पुतिन की उन बातों से सहमत हैं कि रूस ने ऐसा कोई काम नहीं हैं। ट्रंप की टिप्पणी अमेरिकी इंटेलीजेंस एजेंसियों के उस दावे को ही खारिज कर दिया जिसमें एजेंसियों ने रूस को लोकतंत्र को खतरे में डालने के लिए जिम्मेदार माना था।
एक ही दिन बाद ट्रंप ने कहा था कि उन्होंने समिट में गलत बात कही थी। व्हाइट हाउस की ओर से बुधवार को इस बात से इनकार किया गया है कि राष्ट्रपति ट्रंप ने ऐसा कहा है कि रूस, अमेरिका के लिए अब खतरा नहीं है। ट्रंप की ओर से रूस के समर्थन में जो बातें कहीं गई उनका विरोध न सिर्फ डेमोक्रेटिक पार्टी ने किया बल्कि रिपब्लिकन ने भी ट्रंप के विरोध में आवाज उठाई थी। हालांकि ट्रंप अपनी आलोचनाओं से जरा भी नहीं घबराए। उन्होंने हेलसिंकी समिट को 'ग्रेट सक्सेस' करार दिया और कहा कि वह अब दूसरी मुलाकात की ओर देख रहे हैं।