बड़ा खुलासा: 'साल 2011 में पाकिस्तान पर मिलिट्री कार्रवाई का मन बना चुके थे मनमोहन सिंह'
लंदन। भारत के पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह जितने समय भी कार्यकाल में रहे, अक्सर उनकी चुप्पी की वजह से आलोचकों के निशाने पर रहे। लेकिन अब ब्रिटेन के पूर्व पीएम डेविड कैमरुन ने अपने ममोयर में सिंह को एक 'संत व्यक्ति' करार दिया है। उन्होंने अपने ममोयर में यह भी लिखा है कि कैसे एक बार सिंह पाकिस्तान के खिलाफ मिलिट्री एक्शन का मन बना चुके थे। कैमरुन का मेमोयर जिसका टाइटल है, 'फॉर द रिकॉर्ड' गुरुवार को रिलीज हुआ है। इस किताब में कैमरुन ने मनमोहन सिंह के बारे में कईअहम जानकारियों को साझा किया है।
ब्रिटिश पीएम को दी जानकारी
कैमरुन साल 2010 से 2016 तक ब्रिटेन के पीएम रहे और उन्होंने तीन बार भारत का दौरा किया। कैमरुन ने लिखा है, 'मुझे याद है कि मेरे संबंध प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के साथ काफी अच्छे थे। वह एक संत व्यक्ति हैं लेकिन भारत पर तीन बार बड़े खतरे आए और वह एक मजबूत व्यक्ति के तौर पर सामने आए। एक बार उन्होंने मुझे बताया कि मुंबई में अगर जुलाई 2011 की तरह कोई और आतंकी हमला हुआ तो फिर वह पाकिस्तान के खिलाफ मिलिट्री एक्शन लेंगे।' साल 2016 में कैमरुन को यूरोपियन यूनियन से ब्रिटेन के बाहर होने से जुड़े ब्रेग्जिट पर हुए जनमत संग्रह की वजह से इस्तीफा देना पड़ा था। कैमरुन ने अपनी किताब में अपने 'इंडिया डॉक्ट्रीन' के बारे में कई बातें कही हैं।
जुलाई 2011 में भी दहली मुंबई
13 जुलाई 2011 को मुंबई के 150 साल पुराने झावेरी बाजार में शाम 6.54 बजे मोटरसाइकिल में रखे एक बम के विस्फोट से पांच लोगों की मौत हो गई थी। इसके ठीक एक मिनट बाद ही यानी 6.55 बजे ओपेरा हाउस के प्रसाद चेंबर्स में एक टिफिन बॉक्स में जोरदार विस्फोट हुआ। वहां हर रोज शाम को हीरा व्यापारी दिनभर के व्यापार के बारे में बातचीत करने के लिए इकट्ठा होते हैं। इस ब्लास्ट में नौ लोगों की मौत हो गई थी। 26 नवंबर 2008 यानी मुंबई आतंकी हमलों के बाद इन हुए इन हमलों में दादर, झावेरी बाजार और ओपेरा हाउस को इंडियन मुजाहिद्दीन के आतंकियों ने निशाना बनाया था। इन हमलों में 26 लोगों की मौत हो गई थी और 130 लोग घायल हो गए थे।
2015 में किया पीएम मोदी का स्वागत
कंजरवेटिव पार्टी के नेता कैमरुन को भारत के साथ पार्टी के मजबूत संबंधों का श्रेय भी दिया जाता है। इसकी वजह से ही पार्टी को साल 2010 में हुए चुनावों में जीत मिल सकी थी। उस समय 1.5 मिलियन की मजबूत आबादी वाले भारतीय समुदाय के एक बड़े वर्ग ने पार्टी के लिए वोट किया था। साल 2013 में कैमरुन पीएम थे और उसी समय यूके की सरकार ने गुजरात में नरेंद्र मोदी की अगुवाई वाली मोदी सरकार का बॉयकॉट खत्म करने का फैसला किया था। इसके बाद साल 2014 में मोदी देश के पीएम बने और नवंबर 2015 में कैमरुन ने उनका स्वागत किया। कैमरुन ने लिखा है कि भारत के साथ संबंधों की जब कभी भी बात होती थी, उन्होंने हमेशा इस देश के साथ संबंधों को एक आधुनिक सोच के साथ आगे बढ़ाने की बात कही।
'एक भारतीय होगा पीएम'
कैमरुन ने 2015 में पीएम मोदी के दौरे से से जुड़ी एक घटना का जिक्र भी किया है। उस समय पीएम मोदी ने वेम्बले स्टेडियम में भारतीय समुदाय को संबोधित किया था। उस समय कैमरुन ने 60,000 भारतीयों से भरे स्टेडियम में पीएम मोदी के इंट्रोडक्शन से पहले कहा था कि ,'मेरा सपना है कि कोई भारतीय-ब्रिटिश एक दिन ब्रिटेन का पीएम बने।' कैमरुन ने उस दिन को याद करते हुए लिखा है, 'जिस तरह से भारतीयों ने जोश दिखाया वह वाकई हैरान करने वाला था। इसके बाद मैंने और मोदी ने एक दूसरे को गले लगाया। मुझे उम्मीद थी कि यह बहुत छोटा पल है और आगे आने वाले एक बड़े मौके की तरफ इशारा था।' साल 2013 में कैमरुन पहले ऐसे ब्रिटिश पीएम बने जो अमृतसर स्थित जलियांवाला बाग गए थे। कैमरुन उस समय सॉरी कहना चाहते थे।