राष्ट्रपति पद से विदाई के बाद कितनी हो गई ट्रंप की निजी संपत्ति?
नई दिल्ली: चार साल पहले जब बिजनेसमैन डोनाल्ड ट्रंप (Donald Trump) अमेरिका के राष्ट्रपति बने थे तब से लेकर पिछले नवंबर में राष्ट्रपति चुनाव होने तक वह अपनी करीब 11.8 करोड़ डॉलर की संपत्ति बेच चुके थे। यह आंकड़े फोर्ब्स ने जुटाए हैं। चुनाव के बाद जब तय हो गया कि उन्हें व्हाइट हाउस (White House) से बाहर निकलना ही है, फिर भी उनकी संपत्ति में गिरावट की रफ्तार रुकी नहीं। बुधवार को जब उन्हें व्हाइट हाउस से निकलने को मजबूर होना पड़ा है तो उनकी संपत्ति में करीब 120 करोड़ डॉलर की कमी आ चुकी थी। ट्रंप की संपत्ति कैसे घटती चली गई इसकी एक लंबी फेहरिस्त है। हालांकि, इसमें कोरोना महामारी ने भी बहुत बड़ा रोल निभाया है, जिससे उनके होटल कारोबार और रियल एस्टेट को बहुत ज्यादा झटका लगा है और उससे व्हाइट हाउस से निकलते-निकलते उबर नहीं पाए थे।
चार साल पहले ट्रंप जब राष्ट्रपति बने तो कितनी थी संपत्ति ?
डोनाल्ड ट्रंप (Donald Trump)ने अमेरिका में जिस ट्रंप ऑर्गेनाइजेशन (Trump Organization) की बादशाहत कायम की है, उसकी बुनियाद उनके पिता फ्रेड ट्रंप ने रखी थी। न्यूयॉर्क टाइम्स की एक रिपोर्ट की मानें तो उन्हें पिता से 41.3 करोड़ डॉलर की संपत्ति मिली थी। यानि रुपयों में इसकी कीमत 3,000 करोड़ रुपये से ज्यादा की होगी। ट्रंप के बिजनेस में रियल एस्टेट, होटल और लाइफस्टाइल से जुड़ा कारोबार शामिल रहा है। चार साल पहले ट्रंप जब अमेरिका के राष्ट्रपति बनने वाले थे तब फोर्ब्स ने उनकी संपत्ति 370 करोड़ डॉलर यानि करीब 27,000 करोड़ रुपये आंकी थी।
राष्ट्रपति बनने के बाद ट्रंप ने बेच दी 11.8 करोड़ डॉलर की संपत्ति
वैसे डोनाल्ड ट्रंप (Donald Trump)आज भी दुनिया के अमीरों में 339वें नंबर पर हैं, लेकिन उनकी अमीरी राष्ट्रपति बनने के पहले के मुकाबले काफी कम हो चुकी है। इसकी वजह ये है कि बीते चार वर्षों में उन्होंने कम से कम 10 बड़े रियल एस्टेट साइट,नामी होटल, वेयर हाउस और जमीनें उम्मीद से काफी कम कीमतों पर बेच दी हैं। व्हाइट हाउस में रहते हुए ट्रंप ने जो महत्वपूर्ण संपत्तियां बेची हैं, उनमें स्प्रिंग क्रीक टॉवर, कैलिफॉर्निया में अविकसित प्रॉपर्टी, लास वेगास में ट्रंप इंटरनेशनल होटल, ट्रंप पार्क एवेन्यू, कैलिफॉर्निया मैंशन, मैनहट्टन स्थित ट्रंप पार्क ईस्ट, साउथ कैरोलिना वेयरहाउस, डॉमिनिकन रिपब्लिक की जमीन, शिकागो स्थित ट्रंप इंटरनेशनल होटल और टॉवर के अलावा वर्जिनिया स्थित रेसिडेंशियल रियल एस्टेट भी शामिल है। यह पिछले अक्टूबर तक में उनके द्वारा बेची गई 11.8 करोड़ डॉलर की उन संपत्तियों में शामिल हैं, जिनकी जानकारी मौजूद है।
चार साल में 120 करोड़ डॉलर घट गई ट्रंप की संपत्ति
फोर्ब्स के मुताबिक साल 2020 में ट्रंप की संपत्ति घटकर महज 250 करोड़ डॉलर या करीब 18,300 करोड़ रह गई थी। मतलब, बुधवार को जब वह अमेरिकी राष्ट्रपति के निवास व्हाइट हाउस छोड़कर गए हैं तो उनके पास सिर्फ इतनी ही संपत्ति बच गई है। यानि बीते चार वर्षों में उनकी संपत्ति में 370 करोड़ डॉलर यानि करीब 27,000 करोड़ से 120 करोड़ डॉलर या 8,770 करोड़ रुपयों की कमी आई है। पिछले साल ट्रंप की संपत्ति में भारी कमी आने की एक वजह कोरोना वायरस महामारी भी रही है। उनके रियल एस्टेट और होटल से जुड़ा बिजनेस कारोबार औने-पौने दामों में निकलने की यही बड़ी वजह रही है। क्योंकि, 2020 में उनकी संपत्ति में लगातार नुकसान दर्ज किया गया है। मसलन 1 मार्च, 2020 को उनकी कुल संपत्ति 310 करोड़ डॉलर की थी, जो सिर्फ 18 दिनों में घटकर महज 210 करोड़ डॉलर बच गई। करीब 100 करोड़ डॉलर या करीब 7,300 करोड़ रुपये के इस नुकसान से कोविड के दौरान उबरना उनके लिए नामुमकिन साबित हुआ है।
अब अपने आलीशान हवेली में रहेंगे ट्रंप
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक व्हाइट हाउस से निकलने के बाद डोनाल्ड ट्रंप फ्लोरिडा के पाम बीच (Palm Beach in Florida )के पास एक द्वीप पर स्थित अपने विशाल मार-ए-लागो एस्टेट (Mar-a-Lago estate) को अपना स्थायी आवास बनाएंगे। चार साल तक राष्ट्रपति रहने के दौरान भी वह यहां अक्सर आते रहे हैं। उन्होंने 2019 के सितंबर में ही अपना कानूनी आवास न्यूयॉर्क सिटी के ट्रंप टॉवर से बदलकर मार-ए-लागो को बना लिया था। 74 वर्षीय ट्रंप ने इस हवेली को 1985 में 1 करोड़ डॉलर में खरीदा था और बीते चार वर्षों में उन्होंने इसे अपना सर्दियों का घर बना रखा था। जानकारी के मुताबिक ट्रंप का नया आवास 20 एकड़ में फैला है, जिसे सबसे पहले 1927 में बनाया गया था। आज की तारीख में इसमें 128 कमरे हैं और यहां से अटलांटिक महासागर का खूबसूरत नजारा दिखता है। फोर्ब्स ने इसके लोकेशन और इसकी विशालता को देखते हुए इसकी अनुमानित कीमत 16 करोड़ डॉलर बताई है।